ई-नाम ने जीता डिजिटल इंडिया का प्लेटिनम पुरस्कार, ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए मिला सम्मान

ई-नाम ने जीता डिजिटल इंडिया का प्लेटिनम पुरस्कार, ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए मिला सम्मान

ई-नाम के जरिये मंडी को डिजिटल किया जा रहा है और कृषि जिंसों के ई-ट्रेडिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है. पिछले साल 31 दिसंबर तक 1.74 करोड़ से अधिक किसानों और 2.39 लाख व्यापारियों को ई-नाम पोर्टल पर रजिस्टर किया गया है.

ई-नाम को मिला डिजिटल इंडिया अवॉर्ड 2022 (फोटो-PIB)ई-नाम को मिला डिजिटल इंडिया अवॉर्ड 2022 (फोटो-PIB)
क‍िसान तक
  • New Delhi,
  • Jan 07, 2023,
  • Updated Jan 07, 2023, 4:55 PM IST

कृषि मंत्रालय की एक प्रमुख पहल ई-नाम ने नई दिल्ली में शनिवार को आयोजित डिजिटल इंडिया पुरस्कार 2022 में डिजिटल नागरिक सशक्तिकरण श्रेणी में प्लेटिनम पुरस्कार जीता. कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डॉ. एन. विजय लक्ष्मी, संयुक्त सचिव, कृषि मंत्रालय को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, रेलवे और संचार मंत्री और अन्‍य गणमान्य लोगों की उपस्थिति में डिजिटल इंडिया अवॉर्ड, 2022 प्रदान किए.

ई-नाम 22 राज्यों और 3 संघ राज्य क्षेत्रों में 1260 एपीएमसी मंडियों को एक साथ लाने वाला एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है ताकि 203 कृषि और बागवानी जिंसों के ऑनलाइन व्यापार की सुविधा मिल सके. ई-नाम का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनकी उपज के लिए बेहतर लाभकारी मूल्य दिलाने में सक्षम बनाना है. ई-नाम के जरिये मंडी को डिजिटल किया जा रहा है और कृषि जिंसों के ई-ट्रेडिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है. पिछले साल 31 दिसंबर तक 1.74 करोड़ से अधिक किसानों और 2.39 लाख व्यापारियों को ई-नाम पोर्टल पर रजिस्टर किया गया है. ई-नाम प्लेटफॉर्म पर 2.42 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 69 मिलियन मीट्रिक टन का कुल व्यापार दर्ज किया गया है.

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ई-नाम किसानों और खेती से जुड़े लोगों को अलग-अलग सुविधाएं दे रहा है. जैसे कि किसी उपज को मोबाइल ऐप के जरिये सही मूल्य दिलाना, रूट मैप के साथ 100 किलोमीटर के दायरे में ई-नाम मंडियों और मंडी कीमतों को कैप्चर करने वाली जीपीएस आधारित सुविधा, एडवांल में लॉट का रजिस्ट्रेशन, लॉट के अंतिम बोली मूल्य और भुगतान रसीद पर एसएमएस अलर्ट, ई-नाम के माध्यम से मूल्य की बोली लगाना, सटीक वजन की सुविधा, मोबाइल पर उपलब्ध बोली, किसान और व्यापारी के बीच सीधे व्यापार की सुविधा, किसान के बैंक खाते में सीधे भुगतान, खरीदारों और विक्रेताओं की लेनदेन लागत में कमी, ई-नाम आदि के माध्यम से एफपीओ को ई-ट्रेड करने की सुविधा के लिए एफपीओ ट्रेडिंग मॉड्यूल.  

इसके अलावा ई-नाम के तहत प्लेटफॉर्म ऑफ प्लेटफॉम्‍स (पीओपी) के लॉन्च के साथ एक डिजिटल माहौल तंत्र तैयार किया गया है जो किसानों को उनकी उपज के लिए डिजिटल तरीके से सही मूल्य दिलाने में मदद करता है. इसके तहत किसान और खरीदार के बीच पूरी तरह से ऑनलाइन लेनदेन होता है, इसलिए यह सिस्टम पूरी तरह से पारदर्शी है. सिस्टम ऑनलाइन होने के चलते मिनटों में किसानों को उनकी उपज का दाम मिल जाता है. 

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डिजिटल गवर्नेंस के क्षेत्र में अलग-अलग सरकारी संस्थाओं के डिजिटल कामकाज को बढ़ावा देने और उन्हें सम्मानित करने के लिए भारत के राष्ट्रीय पोर्टल के तहत एमईआईटीवाई द्वारा डिजिटल इंडिया अवार्ड्स (डीआईए) की स्थापना की गई है. डिजिटल इंडिया अवार्ड्स 2022 का उद्देश्य न केवल सरकारी संस्थाओं बल्कि स्टार्टअप्स को भी डिजिटल इंडिया विजन को पूरा करने के लिए प्रेरित और प्रोत्‍साहित करना है. 

डिजिटल इंडिया अवार्ड्स 2022 को 07 विभिन्न श्रेणियों के तहत दिया गया है. नागरिकों का डिजिटल सशक्तिकरण, सार्वजनिक डिजिटल प्लेटफॉर्म, स्टार्ट-अप के सहयोग से डिजिटल पहल, व्यवसाय करने में आसानी के लिए डिजिटल पहल, डेटा साझा करना और सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए उपयोग, जमीनी स्तर पर डिजिटल पहल, सर्वश्रेष्ठ वेब और मोबाइल पहल आदि में विजेता टीमों को अलग-अलग श्रेणियों में प्लेटिनम, गोल्ड और सिल्वर अवॉर्ड दिए गए.

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