
राजस्थान में समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीफ फसलों—मूंग, मूंगफली, सोयाबीन और उड़द—की खरीद 24 नवंबर से शुरू होने जा रही है. इसके लिए अब तक 3.12 लाख से अधिक किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया है. मंगलवार को केंद्र सरकार से खरीद प्रक्रिया के लिए औपचारिक मंजूरी मिल गई है.
सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम कुमार दक ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से निर्धारित लक्ष्य के अनुसार इस बार 3,05,750 मीट्रिक टन मूंग, 1,68,000 मीट्रिक टन उड़द, 5,54,750 मीट्रिक टन मूंगफली और 2,65,000 मीट्रिक टन सोयाबीन की खरीद की जाएगी.
दक ने बताया कि मूंग की 340, मूंगफली की 302, सोयाबीन की 79 और उड़द की 151 केंद्रों पर खरीद की जाएगी. अब तक मूंग बेचान के लिए 97 हजार 392, मूंगफली के लिए 1 लाख 87 हजार 580 सोयाबीन के लिए 26 हजार 143 एवं उड़द के लिए 1 हजार 681 किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. इस प्रकार अब तक कुल 3 लाख 12 हजार 796 किसान समर्थन मूल्य पर उपज बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. केंद्र सरकार द्वारा मूंग का समर्थन मूल्य 8,768 रुपये, मूंगफली का 7,263 रुपये, उड़द का 7,800 रुपये और सोयाबीन का समर्थन मूल्य 5,328 रुपये प्रति क्विंटल (एफ.ए.क्यू. श्रेणी ) घोषित किया गया है.
इस तरह कुल 3,12,796 किसान समर्थन मूल्य पर अपनी उपज बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं.
केंद्र सरकार की ओर से घोषित समर्थन मूल्य (एफ.ए.क्यू. श्रेणी):
सहकारिता मंत्री ने बताया कि बीकानेर और चूरू जिलों में फर्जी गिरदावरी और फर्जी रजिस्ट्रेशन की शिकायतों पर जांच करवाई गई. जांच में बीकानेर में 5,954 और
चूरू में 9,819 फर्जी रजिस्ट्रेशन पाए गए.
राजफेड ने ऐसे सभी टोकन निरस्त कर दिए हैं और वास्तविक किसानों के लिए खरीद सीमा तक नए रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे.
इस बार MSP पर खरीद किसानों की आधार आधारित बायोमेट्रिक पहचान के माध्यम से ही होगी. OTP के जरिए खरीद की सुविधा उपलब्ध नहीं रहेगी. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार NAFED और NCCF की ओर से 90 दिनों के भीतर खरीद पूरी की जाएगी.
सहकारिता मंत्री ने राजफेड को सभी खरीद केंद्रों पर जरूरी व्यवस्थाएं समय पर पूरा करने के निर्देश दिए हैं, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े.