
पंजाब की मान सरकार ने बड़ा फैसला किया है. मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुआई में पंजाब सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है. पंजाब सरकार ने फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए फंड जारी किया है. यह फंड किसानों को राहत राशि के रूप में दिया जाएगा. पंजाब के किसान कई दिनों से इसकी मांग कर रहे थे. कई किसान चंडीगढ़ कूच पर हैं जो सरकार से बाढ़ पैकेज की मांग कर रहे हैं. इसे देखते हुए मान सरकार ने किसानों के लिए मुआवजे की राश जारी की है.
पंजाब की मान सरकार ने बाढ़ के कारण फसलों के हुए नुकसान के लिए मुआवजा राशि जारी की है. इसके बारे में पंजाब के मंत्री ब्रह्म शंकर जिंपा ने जानकारी दी. जिंपा ने बताया कि बाढ़ प्रभावित जिलों में फसलों के नुकसान के लिए सरकार की तरफ से 186 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है. मंत्री ने बताया कि पंजाब के 16 जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को फंड जारी किए गए हैं. ब्रह्म शंकर जिंपा ने कहा कि मान सरकार किसानों को मुआवजा देने के लिए प्रतिबद्ध है.
दूसरी ओर, पंजाब के किसान बाढ़ मुआवजे की मांग कर रहे हैं. अभी हाल में आई बाढ़ से किसानों की फसलें चौपट हुई हैं, खासकर धान को बहुत नुकसान हुआ है. उससे पहले बढ़ते तापमान की वजह से कई फसलें बर्बाद हुईं. कई महीने से किसान मौसम से जूझ रहे हैं जिसकी भरपाई के लिए किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की थी. इस पर गौर करते हुए मान सरकार ने मुआवजे की राशि देने का ऐलान किया.
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इस बीच चंडीगढ़ समेत पंजाब के कई इलाकों में किसानों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है. इसमें किसान बाढ़ मुआवजे की मांग कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि उन्हें बाढ़ मुआवजे के तौर पर 50,000 करोड़ रुपये मिलने चाहिए. किसान प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपये की मांग कर रहे हैं. किसानों का यह विरोध प्रदर्शन केंद्र सरकार के खिलाफ है. हालांकि संगरूर में यह प्रदर्शन पंजाब सरकार के खिलाफ भी हुआ.
इस विरोध प्रदर्शन में सोमवार को अचानक एक बड़ा मोड़ तब आ गया जब लोंगोवाल में एक किसान की मौत हो गई. इस घटना में कई किसान घायल हो गए. संगरूर में जहां यह घटना हुई वहां सैकड़ों की संख्या में किसान धरना प्रदर्शन कर रहे थे. इस विरोध प्रदर्शन में हरियाणा के किसान भी शामिल हैं. चंडीगढ़ कूच करने वाले हरियाणा के किसानों को अंबाला में हिरासत में लिया गया.
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संगरूर में किसानों और पुलिस के बीच हुए टकराव में संयुक्त किसान मोर्चे की भी एंट्री हो गई है. संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने लोंगोवाल में मीटिंग की और कहा कि जैसे भी लोकल संगठन को जरूरत होगी, संयुक्त किसान मोर्चा उनकी मदद करेगा. संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि चाहे पंजाब हो या देश का कोई भी कोना, किसानों की मदद की जाएगी. संयुक्त मोर्चा लोंगोवाल में मोर्चा खोलने के लिए तैयार है. लोंगोवाल में हुई किसान की मौत को संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग में शाहिद का दर्जा दिया गया.