मध्य प्रदेश के कई जिलों में बेमौसम बारिश से भारी नुकसान हुआ है. गेहूं, चना और सरसों जैसी फसलें चौपट हो गई हैं. किसानों को इससे राहत देने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद दौरे पर हैं. मंगलवार को वे इसी क्रम में सागर जिले के बीना पहुंचे. यहां ओलावृष्टि से फसलें पूरी तरह से चौपट हो गई हैं. इसका जायजा लेते हुए मुख्यमंत्री चना, गेहूं, सरसों और मसूर के खेतों में पहुंचे. फसलों को देखकर नुकसान का आकलन किया और मुआवजे का ऐलान किया. मुख्यमंत्री ने आदेश दिया कि जिन किसानों की फसल 50 फीसद तक बर्बाद हुई है, उन्हें सरकार की तरफ से प्रति हेक्टेयर 32000 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.
ऐलान में मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगर किसी किसान के घर बेटी की शादी थी, तो उसके लिए 56000 रुपये दिए जाएंगे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि संकट की घड़ी में किसान को पार निकालने के लिए वे बीना आए हैं. उन्होंने कहा कि बीना में गेहूं, चना, मसूर, सरसों में व्यापक स्तर पर नुकसान हुआ है. किसानों की आंखों में आंसू हैं, क्योंकि उनकी फसल घर में आते-आते खराब हो गई है. इस तरह पूरे प्रदेश के 20 जिलों में बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है.
ये भी पढ़ें: दिल्ली-एनसीआर में अब आसानी से मिलेंगे मोटे अनाज, लगाई जाएंगी मिलेट्स वेडिंग मशीन
मुख्यमंत्री ने कहा कि नुकसान का आकलन सेटेलाइट से करवाया जा रहा है, ताकि कोई भी किसान इससे वंचित न रह पाए. उन्होंने यह भी कहा कि जिन किसानों को नुकसान हुआ है, उनसे कर्ज की वसूली नहीं की जाएगी. अगले साल 0 फीसद ब्याज पर कर्ज देने की व्यवस्था की जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को करीब एक बजे हेलीकॉप्टर से बीना पहुंचे थे. यहां से कार से होते हुए रुसल्ला गांव पहुंचे और किसानों से मिले. उनके खेतों में फसलों का नुकसान देखा और उन्हें राहत दिलाने का भरोसा दिया.
सागर जिले में पिछले चार दिनों से मौसम ख़राब चल रहा है. तेज हवा के साथ झमाझम बारिश हो रही है और उसके साथ ओले भी गिर रहे हैं. इसकी वजह से खेतों में खड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ है.
ये भी पढ़ें: Farming Tips: एलोवेरा की पत्तियों को पीला होने से कैसे बचाएं, जानें आसान तरीका
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन किसानों का नुकसान हुआ है, उन किसानों की ऋण वसूली स्थगित की जाएगी. कर्ज का अगले साल तक का ब्याज सरकार भरेगी. जिन किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है, उनके लिए पोर्टल खुलवा कर रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा. अगर किसी किसान के घर बेटी की शादी थी और उसकी फसल मारी गई है तो सरकार मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 56000 रुपये उपलब्ध कराएगी.(रिपोर्ट/शिवा पुरोहित)