बिहार में आम, केला और नारियल की खेती के लिए 45000 रुपये सब्सिडी दे रही सरकार, तुरंत उठाएं लाभ

बिहार में आम, केला और नारियल की खेती के लिए 45000 रुपये सब्सिडी दे रही सरकार, तुरंत उठाएं लाभ

फलों की खेती की तरफ किसानों के बढ़ते रुझान को देखते हुए और उनकी कमाई को बढ़ाने के लिए बिहार सरकार की तरफ से किसानों को आम, केला और नारियल की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. किसानों को प्रेरित करने के लिए उद्यान विभाग की तरफ से लागातार पहल की जा रही है.

केले और आम की खेतीकेले और आम की खेती
क‍िसान तक
  • Noida,
  • May 27, 2024,
  • Updated May 27, 2024, 11:42 AM IST

बिहार में सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए लगातार उपाय कर रही है और उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ने का प्रयास कर रही है. किसानों को अनुदान भी दिया जा रहा है ताकि किसान योजनाओं से जुड़ सकें और लाभ ले सकें. दरअसल अब बिहार के किसान नकदी फसल की खेती पर अधिक फोकस कर रहे हैं. यही कारण है कि अब यहां के किसान फलों की खेती की तरफ अधिक आकर्षित हो रहे हैं. सरकार भी राज्य में फलों की खेती को बढ़ावा देने का काम कर रही है. राज्य में फलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की तरफ से किसानों को अनुदान भी दिया जा रहा है.

फलों की खेती की तरफ किसानों के बढ़ते रुझान को देखते हुए और उनकी कमाई को बढ़ाने के लिए बिहार सरकार की तरफ से आम, केला और नारियल की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. किसानों को प्रेरित करने के लिए उद्यान विभाग की तरफ से लागातार पहल की जा रही है. इस साल के लिए उद्यान विभाग का अधिक फोकस आम, केला और नारियल की खेती पर है. विभाग का लक्ष्य दरभंगा जिले के किसानों को केला, आम और नारियल की खेती कराने का लक्ष्य है. जिले में पहली बार नारियल की खेती को बढ़ावा देने के लिए नारियल विकास योजना के तहत काम किया जा रहा है और योजना तैयार की गई है. इन जिलों में 45 हेक्टेयर में आम और केला की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है.

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अनुदानित दर पर मिलेगा पौधा 

नारियल विकास योजना के तहत उद्यान विभाग द्वारा चालू वित्तीय वर्ष में जिले में आठ सौ नारियल के पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सहायक निदेशक उद्यान नीरज कुमार झा ने बताया कि जिले में नारियल का पौधा किसानों को अनुदानित दर पर दिया जाएगा. पौधा उन किसानों को दिया जाएगा जो अपने घर के आस पास या अपनी जमीन में कम से कम पांच पौधा लगाना चाहते हैं. इसके अलावा उन किसानों को अनुदानित दर पर पौधा दिया जाएगा जो अधिकतम चार हेक्टेयर जमीन में नारियल की खेती करना चाहते हैं. इतनी पर खेती करने के लिए किसानों को अनुदानित दर पर नारियल के 712 पौधे दिए जाएंगे. 

75 फीसदी मिलेगा अनुदान

जो किसान अपने खेतों में नारियल की खेती करना चाहते हैं, उन किसानों को योजना का लाभ लेने के लिए पिछले दो साल का भू लगान रसीद लाना होगा. एक पौधा की कीमत लगभग 85 रुपये रखी गई है जिसमें किसानों को 75 प्रतिशत (लगभग 63.35 रुपये) का अनुदान मिलेगा. उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के तहत क्षेत्र विस्तार कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में 25 हेक्टेयर में आम और 20 हेक्टेयर में केले की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है. आम की खेती करने में एक यूनिट का खर्च 60 हजार रुपया निर्धारित किया गया है. इसमें लाभुक किसान को 75 फीसदी का अनुदान दिया जाएगा. किसान को इसका पैसा दो किस्तों में दिया जाएगा. 

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दो किस्तों में मिलेगी राशि

आम की खेती करने वाले किसानों को पहली किस्त के तौर पर 33,750 रुपये दिए जाएंगे और दूसरी किस्त के तौर पर 11,250 रुपये दिए जाएंगे. दूसरे किस्त का भुगतान करने के लिए किसानों के सामने यह शर्त रखी गई है कि पौधा जीवित रहने की स्थिति में ही किसानों को दूसरी किस्त की राशि दी जाएगी. एक हेक्टेययर में किसानों को लगाने के लिए 1500 पौधे दिए जाएंगे, जबकि प्रति एकड़ की दर से 800 पौधा किसानों को दिए जाएंगे. 

 

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