बांग्लादेश के बॉर्डर वाले इलाकों में जाने से बचें, मालदा के किसानों से CM ममता की अपील

बांग्लादेश के बॉर्डर वाले इलाकों में जाने से बचें, मालदा के किसानों से CM ममता की अपील

दरअसल, कुछ दिनों पहले मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश बॉर्डर के पास दोनों देशों के किसानों में झड़प हो गई थी. मालदा के किसानों ने आरोप लगाया कि उस पार के किसान इधर आए और उनकी खड़ी फसलों को काट ली और चोरी कर ले गए. दूसरी ओर, बांग्लादेश के किसानों ने आरोप लगाया कि मालदा के किसान उनकी तरफ गए और आम के पेड़ों को काट दिया.

पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जीपश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jan 22, 2025,
  • Updated Jan 22, 2025, 5:14 PM IST

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को बांग्लादेश की सीमा से सटे मालदा जिले के लोगों से आग्रह किया कि अगर कोई अशांति है तो वे बॉर्डर वाले इलाकों में जाने से बचें. मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी दोनों देशों के किसानों के बीच विवाद के कुछ दिनों बाद आई है, जो एक एक झड़प में बदल गया था. अंतरराष्ट्रीय सीमा का एक हिस्सा बिना बाड़ के है और बीएसएफ उन हिस्सों में कांटेदार तार की बाड़ लगा रही है. बनर्जी ने कहा, "मैं लोगों से किसी भी तरह के दंगों में शामिल न होने का आग्रह करूंगी. बांग्लादेश में कुछ समस्याएं हैं. सीमा के आसपास के मामलों को देखना बीएसएफ का काम है. अगर कानून-व्यवस्था से जुड़ी कोई समस्या है, तो हम उस पर नजर रखेंगे. याद रखें, अगर वे (बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश) बीएसएफ के साथ बहस कर रहे हैं, तो आम लोगों को उसमें शामिल नहीं होना चाहिए."

मालदा जिले के दौरे पर गईं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जिला प्रशासन को सीमा पार से भारत में घुसपैठ की कोशिशों पर नजर रखने का निर्देश दिया. मालदा में एक बैठक में उन्होंने स्थानीय लोगों से भी यही अपील की और कहा कि अगर असामाजिक तत्व और आतंकवादी भारत में घुसने में कामयाब हो गए तो इसका असर राज्य के साथ-साथ देश पर भी पड़ेगा.

ममता बनर्जी का BSF पर आरोप

ममता बनर्जी ने कहा, "बॉर्डर की सुरक्षा करना बीएसएफ का कर्तव्य है. मैं लोगों से आग्रह करती हूं कि अगर उन्हें कोई समस्या दिखे तो वे बॉर्डर वाले इलाकों में न जाएं." मुख्यमंत्री ने कहा, "मुझे विश्वास है कि एक दिन हमारे रिश्ते (बांग्लादेश के साथ) फिर से सुधर जाएंगे." हाल ही में एक बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री ने सीमा सुरक्षा बल पर बांग्लादेश से घुसपैठ की इजाजत देने का आरोप लगाया और कहा कि यह राज्य को अस्थिर करने के लिए केंद्र सरकार के "ब्लूप्रिंट" का एक हिस्सा है. केंद्रीय अर्धसैनिक बल ने आरोप से इनकार करते हुए कहा कि वह देश की सीमा की पूरी मुस्तैदी से रक्षा करता है.

किसानों में हुई थी झड़प

दरअसल, कुछ दिनों पहले मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश बॉर्डर के पास दोनों देशों के किसानों में झड़प हो गई थी. मालदा के किसानों ने आरोप लगाया कि उस पार के किसान इधर आए और उनकी खड़ी फसलों को काट ली और चोरी कर ले गए. दूसरी ओर, बांग्लादेश के किसानों ने आरोप लगाया कि मालदा के किसान उनकी तरफ गए और आम के पेड़ों को काट दिया. इस झड़प में बीएसएफ को बीच में आना पड़ा और शांति बहाल करनी पड़ी. कई घंटों तक बांग्लादेश के कुछ लोग भारत की सीमा में खड़े दिखाई दिए. बॉर्डर उस पार बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड के सुरक्षाकर्मियों ने स्थिति को संभाला.

बीएसएफ ने भारतीय किसानों को सीमा पर इस तरीके के विवादों से दूर रहने की सलाह दी और भविष्य में सीमा पर खेती से संबंधित कोई भी समस्या होने पर बीएसएफ को सूचित करने के लिए कहा. बीजीबी यानी बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड ने भी स्थिति को नियंत्रण करने में बड़ी भूमिका निभाई और तुरंत अपने क्षेत्र में जरूरी कार्यवाही कर स्थिति बिगड़ने से रोक दिया. इस संबंध में संबंधित क्षेत्र के बीएसफ और बीजीबी यूनिट के कमांडेंट भी आपस में मिल कर बेहतर तालमेल बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं.

 

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