Punjab Farmers Protest: पंजाब में चार जगहों पर किसानों का चक्‍का जाम, बड़ी संख्‍या में फगवाड़ा की तरफ बढ़े अन्‍नदाता

Punjab Farmers Protest: पंजाब में चार जगहों पर किसानों का चक्‍का जाम, बड़ी संख्‍या में फगवाड़ा की तरफ बढ़े अन्‍नदाता

पंजाब में धान खरीदी में लगातार हो रही देरी और पराली जलाने वाले किसानों पर जुर्माना और कार्रवाई से नाराज किसान संगठनों ने आज प्रदेश में विरोध-प्रदर्शन और चक्‍का जाम का आह्वान किया है. बड़ी संख्‍या में किसान धरना स्‍थलों की ओर बढ़ रहे हैं. किसानों ने चार जगहों पर हाईवे जाम करने की बात कही है.

पीकेएमएससी के जिला अध्यक्ष अरनजीत सिंह (फोटो/एएनआई)पीकेएमएससी के जिला अध्यक्ष अरनजीत सिंह (फोटो/एएनआई)
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Oct 26, 2024,
  • Updated Oct 26, 2024, 2:45 PM IST

पंजाब में आज से किसान चार जगहों संगरूर, भटिंडा, मोगा, बटाला और गुरदासपुर में विरोध और चक्का जाम कर रहे हैं. किसान पराली जलाने पर कार्रवाई, धान की धीमी खरीद समेत कई मांगों को लेकर विरोध पर उतरे हैं. यह चक्‍का जाम अनिश्चितकाल के लिए किया जा रहा है. पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति (पीकेएमएससी) के जिला अध्यक्ष अरनजीत सिंह ने कहा कि वे राज्य के किसानों से जुडें मुद्दों को लेकर फगवाड़ा में इकट्ठे होंगे. पंजाब सरकार और केंद्र सरकार दोनों को समय से किसानों के मुद्दों का समाधान करना चाहिए.

भारी संख्‍या में फगवाड़ा की तरफ बढ़े किसान

अरनजीत सिंह ने कहा, '' हम नहीं चाहते कि सड़क नाकाबंदी (चक्का जाम) के कारण आम लोगों को ज़रा भी परेशानी हो, लेकिन सरकार कुछ भी तय कर पाने की स्थिति‍ में नहीं है तो हम सड़क जाम करने के लिए मजबूर होंगे.'' इस बीच, पंजाब के जालंधर के किसान अन्य प्रदर्शनकारियों में शामिल होते हुए आज सुबह हाईवे जाम करने के लिए फगवाड़ा विरोध स्थल की ओर बढ़ते हुए देखे गए. पराली जलाने पर किसानों के खिलाफ की गई कार्रवाई से नाराज एक वरिष्ठ किसान नेता ने कहा कि सड़कों पर फैक्ट्रियों और वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण का जिक्र तक नहीं किया जाता, लेकिन पराली जलाने के मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर तूल दिया जाता है.

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'किसानों को बदनाम किया जा रहा'

किसानों का कहना है कि पराली जलाने के नाम पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. प्रदूषण सिर्फ पराली जलाने की वजह से नहीं हो रहा है. यह सड़कों पर वाहनों और फैक्ट्रियों की वजह से बढ़ रहा है. पराली जलाने से प्रदूषण सिर्फ दो से तीन प्रतिशत ही होता है, लेकिन फैक्ट्रियों और अन्य चीजों से निकलने वाले प्रदूषण का जिक्र तक नहीं किया जाता. पराली जलाना किसानों को बदनाम करने का एक बहाना मात्र है, जो ठीक नहीं है. पंजाब सरकार और केंद्र सरकार में कोई अंतर नहीं  है, दोनों एक ही एक जैसी हैं. उन्‍होंने कहा कि विरोध अनिश्चित काल तक जारी रहेगा. किसान अमृतसर से फगवाड़ा पहुंचकर सड़कें जाम करेंगे.

केजरीवाल पर बरसे सरवन सिंह 

इससे पहले पीकेएमएससी के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने बताया कि आज दोपहर एक बजे चार जगहों पर विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है. पंजाब सरकार पिछले दो सालों के चावल के स्टॉक के बारे में पारदर्शी नहीं रही है. सरवन सिंह पंढेर ने कहा, "अरविंद केजरीवाल हर चीज पर ट्वीट करते हैं, लेकिन धान खरीद के मुद्दे पर पोस्ट नहीं करते. पंजाबियों ने उन्हें इतना बड़ा जनादेश दिया है और इसके बावजूद उन्होंने केंद्र सरकार से बात करने और इस मुद्दे को सुलझाने का प्रयास नहीं किया है." 
 

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