मुसीबत में फंसीं कंगना, किसान आंदोलन पर बुलंदशहर के कोर्ट ने किया तलब

मुसीबत में फंसीं कंगना, किसान आंदोलन पर बुलंदशहर के कोर्ट ने किया तलब

लोकसभा सांसद कंगना रनौत की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. कंगना रनौत शुक्रवार को 25 अक्टूबर को बुलंदशहर की MP/MLA कोर्ट में पेश नहीं हुई. ऐसे में कोर्ट ने अब उन्हें 28 नवंबर को कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए हैं.

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मुसीबत में फंसीं कंगना, किसान आंदोलन पर बुलंदशहर के कोर्ट ने किया तलबमुसीबत में फंसी कंगना

बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस और लोकसभा सांसद कंगना रनौत की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. किसान आंदोलन को लेकर की गई टिप्पणी के बाद बुलंदशहर की MP/MLA कोर्ट में किसान नेता ने कंगना रनौत के खिलाफ याचिका दाखिल की थी, जिसके बाद शुक्रवार यानी 25 अक्टूबर को कंगना रनौत बुलंदशहर कोर्ट में पेश नहीं हुईं, जिसके बाद अब बुलंदशहर की MP/MLA कोर्ट ने 28 नवंबर को कंगना रनौत को तलब किया है. कंगना को कोर्ट ने अंतिम नोटिस भी जारी किया है. आइए जानते हैं क्या है पूरा माामला.  

इस दिन होगी कोर्ट में पेशी 

वादी के अधिवक्ता संजय शर्मा ने बताया कि अभिनेत्री और हिमाचल से भाजपा सांसद कंगना रनौत शुक्रवार 25 अक्टूबर को कोर्ट में पेश नहीं हुईं. ऐसे में कोर्ट ने अब उन्हें 28 नवंबर को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है. कोर्ट की तरफ से इस बार सांसद कंगना रनौत को हिमाचल प्रदेश के उनके आवास, दिल्ली में उनके सरकारी आवास और मुंबई में उनके निजी आवास के पते पर नोटिस जारी किया है. बता दें कि 25 अक्टूबर वाली पेशी के लिए कोर्ट ने पिछली बार यह नोटिस सिर्फ मुम्बई के आवास पर जारी किया गया था.

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क्या है पूरा मामला

दरअसल, किसान आंदोलन के दौरान महिलाओं से दुष्कर्म और हत्या का बयान देने वाली भाजपा सांसद कंगना रनौत के खिलाफ जिला न्यायालय में परिवाद दायर किया गया था. कोर्ट ने 25 अक्टूबर को कंगना रनौत को पेश होने के आदेश दिए थे. भारतीय किसान यूनियन किसान शक्ति के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री गजेंद्र शर्मा ने कोर्ट में मुकदमा दायर किया था. उन्होंने कहा कि किसानों के खिलाफ लगाए गए तीन काले कानून के खिलाफ किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन के दौरान भा.कि.यू. किसान शक्ति के पदाधिकारियों ने भी हिस्सा लिया और काले कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया. आरोप लगाया कि 24 अगस्त को भाजपा सांसद कंगना रनौत ने मुंबई में एक इंटरव्यू में किसानों के प्रदर्शन के दौरान वहां दुष्कर्म और हत्याएं होने का विवादित बयान दिया था.

"किसानों का किया अपमान"

कंगना ने इंटरव्यू में कहा था कि यदि भारत में सरकार कमजोर होती तो यहां बांग्लादेश जैसी स्थिति बन सकती थी. वहीं, उन्होंने ये भी कहा था कि किसान आंदोलन के नाम पर केवल हिंसा फैलाने का काम किया गया, दुष्कर्म और हत्या की गईं. अब इस मामले में गजेंद्र शर्मा की ओर से अलग-अलग चैनल पर प्रसारित इंटरव्यू की सीडी भी कोर्ट में जमा की गई है. उन्होंने बताया कि 28 अगस्त को मामले में उन्होंने किसानों के साथ लोकसभा अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा, जबकि दो सितंबर को प्रधानमंत्री के नाम शिकायत ऑनलाइन भेजी थी, लेकिन इसके बाद भी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, जिससे साफ है कि सांसद कंगना रनौत ने किसानों का अपमान किया है, जो कि न्यायिक और सामाजिक दृष्टि से गलत है. 

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