पंजाब के शंभू बॉर्डर से किसानों के जत्थे कल 21 जनवरी को दिल्ली के लिए कूच करेंगे. आज 20 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक और किसान मजदूर मोर्चा दोपहर में इसको लेकर बड़ा ऐलान करेगा. केंद्र सरकार की ओर से किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं दिए जाने से नाराज किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 55 दिनों से आमरण अनशन पर हैं. इससे पहले दिसंबर 2024 में किसानों के जत्थे 3 बार दिल्ली कूच की कोशिश की गई थी, जिसे पुलिस और प्रशासन ने रोक दिया था. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि आज दोपहर में शंभू बॉर्डर पर किसानों की बैठक में दिल्ली कूच को लेकर रणनीति बताई जाएगी और जत्थे में शामिल होने वाले किसानों की डिटेल्स जारी की जाएंगी.
पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में किसान 13 फरवरी 2024 से आंदोलन कर रहे हैं. शुरुआत में सरकार और किसान प्रतिनिधियों के बीच कई दौर की वार्ता हुई लेकिन कोई समाधान नहीं निकला था. किसान दिसंबर 2024 में दिल्ली कूच की कोशिश के बाद अब फिर से जनवरी 2025 में दिल्ली के लिए निकलने की घोषणा कर चुके हैं और इसी क्रम में 21 जनवरी को किसानों का जत्था शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए निकलेगा.
शंभू बॉर्डर से किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने पीटीआई से कहा कि दिल्ली चलो आंदोलन 2' कुछ ही दिनों में अपने 12 महीने पूरे कर लेगा. 13 फरवरी (2024) के बाद यह आंदोनल MSP कानूनी गारंटी कानून, किसानों की कर्ज माफी, C2-50 के अनुसार फसल की कीमत और अन्य प्रमुख मांगों के साथ लगातार आगे बढ़ रहा है. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, यह विरोध नहीं रुकेगा. हम दोपहर में शंभू बॉर्डर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और कल 21 जनवरी को दिल्ली की ओर बढ़ने वाले 'जत्थे' के बारे में सभी को जानकारी देंगे.
सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि एमएसपी लीगल गारंटी, किसान मजदूर की कर्ज माफी के साथ ही फसल बीमा योजना, मजदूर की 200 दिन नरेगा अच्छी दिहाड़ी समेत कई मांगों को लेकर लेकर हमारा आंदोलन चल रहा है. यह आंदोलन किसानों की मांगे पूरी कराने तक जारी रहेगा. अगर कृषि क्षेत्र के संकट को हल करना है तो MSP legal guarantee कानून जरूरी है. क्योंकि, इसके बगैर कभी भी आप कृषि क्षेत्र का संकट हल नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि आज हम लोग दोपहर बाद शंभू बॉर्डर पर बैठक के प्रेस कान्फ्रेंस करेंगे और जो कल किसानों का जत्था रवाना करना है उनकी सभी डिटेल्स देश के समक्ष रखी जाएंगी. सरकार की एजेंसियों, कुछ अफसरों का आंदोलन में फूट डालने का प्रयास है उसे हम कभी भी कामयाब नहीं होने देंगे.
भारतीय किसान यूनियन ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है. भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने बीते दिन प्रयागराज में कहा कि देश में चल रहे आंदोलन में हम किसानों के साथ हैं. पंजाब के दोनों बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन और जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत को ध्यान में रखते हुए हम उत्तर प्रदेश में 11 किसान महापंचायत आयोजित करेंगे. प्रयागराज किसान महाकुंभ राष्ट्रीय अधिवेशन में उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को देशभर में किसान ट्रैक्टर परेड निकालेंगे.