किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन का आज 32वां दिन चल रहा है. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (KMM) ने उनकी हालत नाजुक बताई है. इससे पहले बुधवार को पंजाब से आम आदमी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने किसान नेता डल्लेवाल से मुलाकात की थी, जिसमें आठ नेता शामिल थे. इस बारे में AAP ने अपने आधिकारिक हैंडल से जानकारी दी थी. साथ ही उनकी किसान नेता से क्या बातचीत हुई इसपर भी अपडेट दिया था. वहीं, अब एसकेएम ने AAP नेताओं के साथ हुई बातचीत पर खुलासा किया है.
मुलाकात के दौरान डल्लेवाल ने आप नेताओं से पूछा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान किसानों की मांगों के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास के सामने धरना क्यों नहीं दे सकते? इस दौरान डल्लेवाल ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में भगवंत माने के अनशन पर बैठने की बात का जिक्र किया और कहा कि अब सीएम किसानों के लिए ऐसा क्यों नहीं कर सकते?
'दि ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के वरिष्ठ नेता और बीकेयू (सिद्धूपुर) के प्रदेश महासचिव काका सिंह कोटड़ा ने गुरुवार को खनौरी में बातचीत का खुलासा किया. हालांकि, किसान नेता ने इस पर मंत्रियों की प्रतिक्रिया क्या थी, इस बारे में कुछ नहीं बताया.
डल्लेवाल ने आप नेताओं से पूछा कि वह 26 नवंबर से आमरण अनशन पर बैठे है, लेकिन किसानों की मांगें पूरी करवाने के लिए पंजाब के सीएम भगवंत मान ने अब तक क्या किया है? काका सिंह कोटड़ा के अनुसार, डल्लेवाल काे लगता है कि पंजाब सरकार ने अभी तक किसानों की मांग पूरी करने की दिशा में कुछ भी ठोस कदम नहीं उठाया है.
ये भी पढ़ें - राष्ट्रपति या कृषि मंत्री से मिलेगा SKM का प्रतिनिधिमंडल, MSP सहित तमाम मुद्दों पर होगी बात
वहीं, बुधवार को AAP ने प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात के बाद बयान जारी कर कहा था कि उन्होंने किसान नेता डल्लेवाल के अनशन से बिगड़ रहे स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई और उनसे अनशन तोड़ने की अपील की. AAP ने कहा कि अगर वे अनशन नहीं तोड़ते है तो कम से कम जरूरी इलाज लें. आप नेता अमन अरोड़ा ने कहा था कि वे किसानों की मांगों का समर्थन करते हैं और पंजाब सरकार और प्रदेश की पूरी जनता उनके साथ है. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा.
इधर, संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीति) और किसान मजदूर मोर्चा ने 30 दिसंबर को पंजाब बंंद बुलाया है. इस दौरान पूरे प्रदेश में व्यवसायिक प्रतिष्ठान, परिवहन आदि बंद रहेगा. किसान सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक पंजाब बंद के लिए लोगों से आह्वान कर रहे है. दोनों मोर्चों ने राज्य के सभी यूनियनों से बातचीत करने की बात कही है, ताकि उनका आह्वान सफल हो.