आज बजेगा चुनावी बिगुल, चुनाव आयोग करेगा J-K समेत हरियाणा में वोटिंग की तारीखों का ऐलान

आज बजेगा चुनावी बिगुल, चुनाव आयोग करेगा J-K समेत हरियाणा में वोटिंग की तारीखों का ऐलान

भारत निर्वाचन आयोग आज दोपहर तीन बजे एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहा है जिसमें जम्मू-कश्मीर के चुनावी कार्यक्रम का ऐलान होगा. इसके अलावा आज हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भी तारीखों का ऐलान होगा. 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होंगे.  हाल ही में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू कश्मीर और हरियाणा के अधिकारियों के साथ इस संबंध में मीटिंग भी की थी. 

2019 में बीजेपी ने हरियाणा की सभी 10 सीटें जीती थीं 2019 में बीजेपी ने हरियाणा की सभी 10 सीटें जीती थीं
संजय शर्मा
  • New Delhi ,
  • Aug 16, 2024,
  • Updated Aug 16, 2024, 11:25 AM IST

भारत निर्वाचन आयोग आज दोपहर तीन बजे एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहा है जिसमें जम्मू-कश्मीर के चुनावी कार्यक्रम का ऐलान होगा. इसके अलावा आज हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भी तारीखों का ऐलान होगा. 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होंगे. हाल ही में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू कश्मीर और हरियाणा के अधिकारियों के साथ इस संबंध में मीटिंग भी की थी. 

जम्‍मू कश्‍मीर में भी होने हैं चुनाव 

हरियाणा की बात करें यहां विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं.  वर्तमान में तीन सीटें खाली हैं. बीजेपी के 41 विधायक हैं. कांग्रेस के 29, जेजेपी के 10 और INLD और HLP के एक-एक विधायक हैं. सदन में पांच निर्दलीय विधायक हैं. 2019 में धारा 370 खत्म कर दिये जाने के बाद जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित क्षेत्र बना दिया गया था.  तभी से वहां के राजनीतिक दल लगातार राज्य का दर्जा वापस दिये जाने की मांग कर रहे थे. सरकार  की तरफ से बार बार यही कहा जा रहा था कि पहले चुनाव होंगे और उसके बाद ही राज्य का दर्जा वापस मिलेगा. 

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आतंकी हमलों से बढ़ीं चिंताएं 

चुनाव आयोग के सूत्रों की मानें तो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में तीन से चार चरणों में मतदान कराया जा सकता है. सितंबर में मतदान की प्रक्रिया  पूरी करा इसी महीने के अंत तक चुनाव नतीजों का ऐलान किया जा सकता है. चुनाव आयोग के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव संपन्न कराने की राह में सबसे बड़ी चुनौती सुरक्षा व्यवस्था है. हाल के दिनों में अचानक बढ़ी आतंकी घटनाओं ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. इसका असर चुनावी कार्यक्रम पर भी दिख सकता है. 

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क्‍यों नहीं हो पाए थे अभी तक चुनाव  

परिसीमन का काम पूरा न हो पाने के कारण जम्मू-कश्मीर में लंबे समय तक विधानसभा चुनाव नहीं कराया जा सका था. मई, 2022 के परिसीमन  के बाद अब जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सीटों की संख्या 90 हो गई है. इस तरह जम्मू में 43 और कश्मीर में 47 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं.  2014 में 87 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए थे, जिसमें जम्मू की 37 और कश्मीर घाटी की 46 सीटों के अलावा 6 सीटें लद्दाख की थीं.  

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गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर में मतदान को लेकर भारी उत्साह नजर आया था. श्रीनगर में मतदान ने नया रिकॉर्ड बना दिया था तो वहीं केंद्र शासित प्रदेश की अन्य सीटों पर भी मतदान को लेकर भारी उत्साह देखा गया.  

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