'मुंडे ने कृषि मंत्री रहते 162 करोड़ का घोटाला किया', अंजलि दमानिया का विस्फोटक आरोप

'मुंडे ने कृषि मंत्री रहते 162 करोड़ का घोटाला किया', अंजलि दमानिया का विस्फोटक आरोप

बीड के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के बाद से मुंडे विवादों में हैं. दमानिया ने आरोप लगाया कि जो सामान डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए भेजे जाने थे, उन्हें टेंडर के जरिए खरीदा गया. और पूरा पैसा एडवांस में दिया गया. टेंडर की कुल कीमत 342.15 करोड़ रुपये थी, लेकिन सामान बाजार मूल्य से ज्यादा कीमत पर खरीदे गए, जिससे 161.68 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.

क‍िसान तक
  • Mumbai,
  • Feb 04, 2025,
  • Updated Feb 04, 2025, 4:30 PM IST

महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब वे एक नए आरोप में फंस गए हैं. सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने मंगलवार को आरोप लगाया कि एनसीपी नेता धनंजय मुंडे ने कृषि मंत्री रहते हुए 162 करोड़ रुपये का घोटाला किया है. मौजूदा सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री मुंडे पिछली सरकार में कृषि मंत्री थे. 

बीड के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के बाद से मुंडे विवादों में हैं. दमानिया ने आरोप लगाया कि जो सामान डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए भेजे जाने थे, उन्हें टेंडर के जरिए खरीदा गया. और पूरा पैसा एडवांस में दिया गया. टेंडर की कुल कीमत 342.15 करोड़ रुपये थी, लेकिन सामान बाजार मूल्य से ज्यादा कीमत पर खरीदे गए, जिससे 161.68 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. उन्होंने मांग की कि मुंडे को इस्तीफा दे देना चाहिए.

मुंडे पर क्या है आरोप?

आरोप में कहा गया है कि 15 मार्च को मुंडे ने तत्कालीन उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार से टेंडर जारी करने की अनुमति मांगी थी. दमानिया ने दावा किया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख पवार ने इस अनुरोध को मंजूरी दी. उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने डीबीटी लिस्ट से कुछ सामानों को हटाने की मंजूरी दी, जबकि उनके पास ऐसा करने का अधिकार नहीं था.

दमानिया ने कहा कि मुंडे के अधीन कृषि विभाग पांच सामानों, नैनो यूरिया, नैनो डीएपी, बैटरी स्प्रेयर, मेटलडिहाइड और कॉटन बैग की खरीद में बड़ी वित्तीय धांधली का दोषी है. आरोप में कहा गया है, इफको के बनाए नैनो यूरिया और नैनो डीएपी को बढ़ी हुई दरों पर खरीदा गया. 

यूरिया की खरीद में धांधली

बाजार में नैनो यूरिया की 500 मिलीलीटर की बोतल 92 रुपये में उपलब्ध थी, जबकि कृषि विभाग ने कथित तौर पर इसे 220 रुपये प्रति बोतल खरीदने के लिए टेंडर जारी किया. कुल 19,68,408 बोतलें खरीदी गईं. इसी तरह, नैनो डीएपी, जिसकी बाजार में कीमत 269 रुपये प्रति बोतल है, उसे 590 रुपये प्रति बोतल में खरीदा गया, दमानिया ने दावा किया. बैटरी स्प्रेयर, जो बाजार में 2,496 रुपये में उपलब्ध है, उसे 3,425 रुपये में खरीदा गया, उन्होंने आरोप लगाया.
 
दमानिया के लगाए आरोपों पर धनंजय मुंडे ने अपना जवाब दिया है. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, अंजलि दमानिया विस्फोटक आरोप लगाने के लिए जानी जाती हैं. उनके सभी आरोप निराधार हैं और उनमें कोई दम नहीं है. किसानों के डीबीटी खातों के दुरुपयोग के आरोप गलत हैं. ऐसा लगता है कि अंजलि दमानिया किसान नहीं हैं और इसलिए उनके लगाए गए आरोप कृषि के बारे में जानकारी की कमी के कारण हैं. 

मुंडे ने कहा, मुझे नहीं पता कि कौन उन्हें गुमराह करने की कोशिश कर रहा है और मुझे बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. मैं पिछले 56 दिनों से मीडिया ट्रायल का सामना कर रहा हूं और मुझे नहीं पता कि इसके पीछे कौन है.(मुस्तफा शेख और रित्विक भालेकर का इनपुट)

 

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