बांस की राखी (Bamboo Rakhi)
बांस की राखियां, बांस की छड़ियों (पिंचियों) से बनाई जाती हैं, जो बायोडिग्रेडेबल होने के साथ-साथ टिकाऊ भी होती हैं. इन राखियों की डिजाइन जटिल होती है, जो मजबूत होने के साथ-साथ हल्की भी होती हैं. ये लंबे समय तक टिकती हैं.
बीज वाली राखी (Seed Rakhi)
बीज वाली राखियां कपास या जूट जैसे नेचुरल मटीरियल से बनाई जाती हैं. त्योहार के बाद आप इन्हें मिट्टी में रोप सकते हैं. इन राखियों में तुलसी, गेंदा या तुलसी जैसे पौधों के बीज होते हैं. जैसे-जैसे राखी टूटती है, बीज सुंदर पौधों में विकसित हो जाते हैं.
मिट्टी की राखी (Clay Rakhi)
मिट्टी की राखियां हाथ से बनाई जाती हैं. इन्हें प्राकृतिक रंगों से सजाया जाता है. ये राखियां न केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं, बल्कि स्थानीय कारीगरों के रोजगार को भी बढ़ावा देती हैं. त्योहार के बाद इन्हें पानी में घोला जा सकता है. इस राखी में कोई वेस्ट मटीरियल नहीं बचता है.
हर्बल राखी (Herbal Rakhi)
हर्बल राखियां सूखे पत्तों, फूलों और हर्बल उत्पादों से बनाई जाती हैं. ये केमिकल फ्री होती हैं जिनमें एक सुखद, प्राकृतिक खुशबू होती है. ये राखियां त्योहार में एक पारंपरिक और मिट्टी का स्पर्श जोड़ती हैं.
कपड़े की राखी (फेब्रिक राखी)
कपड़े की राखियां ऑर्गेनिक कॉटन, सिल्क या जूट से बनाई जाती हैं. ये राखियाँ मुलायम और दोबारा इस्तेमाल की जा सकने वाली होती हैं. कई लोग इन्हें त्योहार की याद के तौर पर सालों साल अपने पास रखते हैं. ये पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं साथ ही टिकाऊ ऑप्शन है.
सभी तस्वीरें एएनआई से ली गई है.