अभी गुलाब का सीजन है. जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, गुलाब में फूलों की संख्या बढ़ेगी. लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता. अगर कुछ जरूरी बातों का ध्यान न रखें तो गुलाब का पौधा बढ़ तो जाएगा, लेकिन आप फूलों के लिए तरस जाएंगे. आपने ऐसा देखा भी होगा. कई पौधे झाड़ की तरह बढ़ जाते हैं, लेकिन उसमें फूल का नामो-निशान नहीं होता.
अगर आपका पौधा भी उक्त स्थिति से जूझ रहा है, तो आपको हम आसान उपाय बता रहे हैं. एक छोटा काम करके भी आप गुलाब में जल्द फूल उगा सकते हैं. आपको करना क्या है, यह जान लीजिए.
दरअसल, गुलाब की बढ़वार और फूल उगने के लिए प्रोपर रोशनी की जरूरत होती है. अगर पौधों को सही ढंग से रोशनी न मिले, तो आप जितना भी खाद डाल लें, उसमें फूल नहीं आएंगे. ध्यान रखें कि पौधों को अधिक प्रकाश भी नहीं चाहिए, बल्कि प्रकाश की तीव्रता अधिक चाहिए. यानी पौधे पर जो रोशनी पड़े, वह तेज हो, न कि कम तीव्रता वाली. यह देखा गया है कि रोशनी की तीव्रता और तापमान कम हो तो गुलाब में फूल नहीं आते.
आपको केवल यह काम करना है कि जिस गमले में गुलाब लगा रखा है, उसे तीव्र रोशनी के वक्त धूप में रखना है. अगर आपका गमला छांव में है, तो उसे उठाकर धूप में रखें. ध्यान रखें कि जहां गमला पहले से रखा है, वहां का तापमान कम न हो. इसके लिए आप घर की खिड़की का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जहां सूर्य की सीधी किरणें पड़ती हैं.
उक्त तरीके से तापमान और रोशनी की तीव्रता बढ़ने से गुलाब में भर-भर के फूल आएंगे. अगर आपके घर में प्रोपर रोशनी नहीं आ रही है तो आप रिफ्लेक्टर के तौर पर शीशे का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. तीव्र धूप के लिए अक्सर शीशे का इस्तेमाल किया जाता है.
ध्यान रखें कि शीशे का रिफ्लेक्शन सीधे पौधे पर पड़े, जिससे मिट्टी का तापमान सही बना रहे. पौधे पर ज्यादा समय तक रिफ्लेक्टर का इस्तेमाल न करें. इससे पौधे को नुकसान पहुंच सकता है. साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि धूप की तीव्रता इतनी ना हो कि पौधे की पत्तियां झुलसने लगें.
गुलाब के पौधों की अच्छी बढ़वार के लिए दिन का तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस उत्तम माना गया है. वहीं, बादल छाए रहने पर 18 से 20 डिग्री सेल्सियस तापमान की जरूरत होती है. बता दें कि गुलाब का पौध में आर्द्रता बढ़ जाने से फफूंद जनित रोगों का खतरा बढ़ जाता है. वहीं आर्द्रता कम होने पर इसमें लाल मकड़ी का खतरा बढ़ जाता है.