महाराष्‍ट्र में बारिश से 'बर्बाद' एक और किसान ने दी जान, सुसाइड नोट में MP-MLA और CM के लिए लिखी ये बात

महाराष्‍ट्र में बारिश से 'बर्बाद' एक और किसान ने दी जान, सुसाइड नोट में MP-MLA और CM के लिए लिखी ये बात

Maharashtra Farmer Suicide: महाराष्ट्र के सोलापुर में लगातार बारिश और अतिवृष्टि से फसल चौपट होने के चलते किसान लक्ष्मण गावसाने ने पेड़ से फांसी लगाकर जान दे दी.

Solapur Farmer DeathSolapur Farmer Death
क‍िसान तक
  • Solapur,
  • Sep 26, 2025,
  • Updated Sep 26, 2025, 6:23 PM IST

महाराष्‍ट्र में इस साल भारी बारिश, बाढ़ की वजह से बड़ी मात्रा में फसलें चौपट हुई हैं, जिससे कई किसान कर्ज में डूब गए हैं और कई पूरी तरह बर्बाद हो गए है. भारी नुकसान होने के चलते राज्‍य में अब इन वजहों के कारण आत्‍महत्‍या के मामले सामने आने लगे हैं. अब एक और मामला राज्‍य के सोलापुर जिले से सामने आया है, जहां किसान ने फसलों का नुकसान होने, बीमारी की चपेट में आने के कारण बच्‍चों की पढ़ाई का खर्च न उठा पाने के चलते पेड़ से फांसी लगाकर जान दे दी. किसान ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उन्‍होंने विधायक, सांसद और सीएम से उनके बच्‍चों की पढ़ाई का खर्च उठाने और परिवार की मदद की गुहार लगाई है.

बुधवार सुबह पेड़ से लटका मिला शव

यह घटना सासुरे शिवार में बुधवार सुबह करीब साढ़े 7 बजे सामने आई. लगातार हो रही बारिश, अतिवृष्टि और बीमारियां बढ़ने के साथ ही बच्चों का शैक्षणिक खर्च बढ़ने से परेशान बार्शी तहसील के दहिटणे (वैराग) गांव के एक किसान ने आम के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मंगलवार दोपहर को परिवार ने वैराग थाने में लक्ष्मण काशीनाथ गावसाने के गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. 

बारिश से खेत में सड़ गई थी फसल

लक्ष्मण गावसाने खेती करते थे और समय-समय पर मजदूरी करके परिवार का गुजारा चलाते थे. उन्हें कुछ दिन पहले शुगर और बवासीर की बीमारी हुई थी. लक्षमण के हिस्से की डेढ़ एकड़ जमीन सासुरे गांव में है और इसी सूखी खेती से होने वाली आय पर परिवार का गुजारा चलता था, लेकिन पिछले एक हफ़्ते से लगातार हो रही बारिश और अतिवृष्टि के कारण खेत तालाब जैसे हो गए.

लक्ष्‍मण ने फसल की बुवाई तो की थी, लेकिन लगातार बारिश से फसल खेत में ही सड़ गई थी, जिससे लक्ष्मण को बड़ा नुकसान हुआ और वह मानसिक तनाव में आ गए और जानलेवा कदम उठा लिया. उनके पीछे पत्नी, एक बेटा, एक बेटी और दो भाई हैं. आत्महत्या से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.

किसान के बच्‍चे बाहर कर रहे पढ़ाई

लक्ष्मण गावसाने की बेटी सोलापुर जिले से बाहर बी.एससी की पढ़ाई कर रही है और बेटा भी बाहर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है. बच्चों का शैक्षणिक खर्च लगातार बढ़ रहा था, जिसे वह वहन नहीं कर पा रहे थे. मंगलवार को लक्ष्मण गवसाने “मैं वैराग बाजार जा रहा हूं” कहकर घर से निकले थे, लेकिन फिर लौटे नहीं. बुधवार सुबह उन्होंने आम के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. 

पुलिस उप निरीक्षक प्रतापसिंह जाधव, उपनिरीक्षक शिवाजी हाले और पुलिस कांस्टेबल प्रदीप चव्हाण घटनास्थल पर तलाशी के दौरान किसान की जेब से एक चिट्ठी मिली, जिसमें लिखा था- विधायक–सांसद आर्थिक मदद करें और मुख्यमंत्री मेरे बच्चों यानी ज्ञानेश्वर और ज्ञानेश्वरी की पढ़ाई की जिम्मेदारी उठाएं.

मृतक के भाई ने कही ये बात

मृत‍क किसान लक्ष्‍मण के छोटे भाई दत्तात्रय गावसाने ने कहा कि विधायक, सांसदों को आर्थिक मदद करनी चाहिए. उनके भाई ने प्राकृतिक आपदा से तंग आकर आत्महत्या की है. पिछले चार-पांच दिनों से बार्शी तालुका में हो रही मूसलधार बारिश से खेती और पशुधन का भारी नुकसान हुआ है. इस प्राकृतिक संकट से त्रस्त एक युवा किसान ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया, इस दर्दनाक घटना से सोलापुर में शोक व्यक्त किया जा रहा है.  (विजय बाबर की रिपोर्ट

नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)

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