दिल्ली में खराब हो रहे AQI और बढ़ रहे प्रदूषण को कम करने के लिए राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं. इसके तहत राष्ट्रीय राजधानी में एक बार फिर से ऑड-इवन कार चलाने वाली व्यवस्था लागू करने की घोषणा की गई है. यह योजना दिवाली के बाद 13 से 20 नवंबर तक लागू की जाएगी. उसके बाद फिर स्थिति की समीक्षा की जाएगी फिर इसे आगे बढ़ाने का खत्म करने का फैसला 20 नवंबर को लिया जाएगा. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पर्यावऱण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिवाली के बाद दिल्ली में ऑड-ईवन योजना लागू होगी, जो 13 नवंबर से 20 नवंबर तक चलेगी.
उल्लेखनीय यह है कि ऑड-इवन प्रणाली के तहत कार के नंबर प्लेट में अंतिक नंबर के आधार पर कार को सड़कों पर चलाने की अनुमति दी जाती है. ऑड-इवन व्यवस्था लागू करने के अलावा बैठक में अन्य महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं. इसके तहत कहा गया है कि फिलहाल दिल्ली में बीएस 3 पेट्रोल और बीएस 4 डीजल कारों पर जो बैन लगा हुआ है वो जारी रहेगा. बैठक में यह भी कहा गया है कि अभी दिल्ली में किसी भी तरह का निर्माण कार्य नहीं होगा. दिल्ली के छात्रों की पढ़ाई को देखते हुए फैसले में कहा गया है कि आगामी 10 नवंबर तर राजधानी में 6वी, 7वी, 8वी, 9वी, और 11वी की फिजिकल क्लास बंद रहेंगी.
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पत्रकारों को संबोधित करते हुए गोपाल राय ने यह भी कहा कि स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए, सरकार ने बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों को छोड़कर सभी स्कूलों में व्यक्तिगत कक्षाएं निलंबित करने का फैसला किया है. गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह प्रदूषण का स्तर सरकार द्वारा निर्धारित सुरक्षित सीमा से लगभग सात से आठ गुना अधिक दर्ज किया गया. क्योंकि इस क्षेत्र में लगातार सातवें दिन जहरीली धुंध बनी रही. 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई), हर दिन शाम 4 बजे दर्ज किया गया, जो शनिवार को 415 से बढ़कर रविवार को 454 हो गया, जिससे केंद्र को अपने वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना के अंतिम चरण IV जिसे ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) कहा जाता है, के तहत अनिवार्य सभी आपातकालीन उपायों को लागू करने के लिए प्रेरित किया गया.
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द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट द्वारा किए गए 2018 के एक अध्ययन के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में पीएम 2.5 प्रदूषण में वाहन उत्सर्जन का लगभग 40 प्रतिशत योगदान है. बता दें कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार पिछले कई दिनों से परेशान थी. इसे निपटने के लिए मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई थी. सचिवालय में बुलाए गए इ बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलाव दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय समेत अन्य अधिकारी शामिल हुए थे. वहीं दिल्ली में खराब हो रहे एक्यूआई के कारण स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा था और लोग पहाड़ों की तरफ रूख कर रहे थे.