मुंबई के जिओ वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में चल रहा वर्ल्ड ऑडियो-विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट समाप्त हो चुका है. लेकिन समिट के आखिरी दिन एक बार फिर बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर ने परचम लहराते हुए सामुदायिक रेडियो 'एफएम ग्रीन' ने कृषि और ग्रामीण विकास श्रेणी में पहला स्थान हासिल किया. इसके बाद पूरे विश्वविद्यालय में खुशी की लहर दौड़ गई है. वहीं, भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के निदेशक और सामुदायिक रेडियो संगठन के अध्यक्ष द्वारा संयुक्त रूप से दिया गया पुरस्कार सामुदायिक रेडियो के प्रभारी ईश्वर चंद्र ने ग्रहण किया. इसके साथ ही पुरस्कार स्वरूप स्मृति चिन्ह के साथ 50 हजार रुपये का नकद पुरस्कार भी मिला.
गौरतलब है कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, बाढ़ (पटना) को समारोह के दूसरे दिन महिला और बाल विकास श्रेणी में प्रथम पुरस्कार मिल चुका है. वहीं, विश्वविद्यालय द्वारा वर्ल्ड ऑडियो-विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट में भाग लेने वाले विश्वविद्यालय के दोनों सामुदायिक रेडियो केवीके बाढ़ और एफएम ग्रीन ने अपनी-अपनी श्रेणियों में पहला स्थान हासिल किया है. 1 से 4 मई के बीच आयोजित इस कार्यक्रम में 100 से अधिक देशों ने भाग लिया था. वहीं, एक लाख से अधिक प्रविष्टियां प्रतियोगिता में भेजी गई थीं.
बीएयू द्वारा वेव्स अवार्ड के लिए फाइनल में चयनित केवीके बाढ़ और एफएम ग्रीन द्वारा विजेता का परचम लहराने के बाद विश्वविद्यालय में खुशी की लहर है. वहीं, इस खुशी के मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. डी. आर. सिंह ने कहा कि बीएयू के लिए यह दोहरी खुशी का मौका है. हमारे दोनों सामुदायिक रेडियो स्टेशनों ने एक वैश्विक मंच पर जाकर साबित किया है कि विश्वविद्यालय का कृषि प्रसार तंत्र सचमुच विश्वस्तरीय काम कर रहा है. विश्वविद्यालय को अपने सभी रेडियो स्टेशनों पर गर्व है.
वहीं, मीडिया सेंटर प्रभारी सह जनसंपर्क अधिकारी डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय का मीडिया विभाग सहित सभी तीनों रेडियो स्टेशनों ने एक बार फिर साबित किया है कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर देश का नंबर एक प्रसार तंत्र है और यह क्रिएटिव कर्मियों से लैस है.
एफएम ग्रीन ने फाइनल में जहां गुजरात और छत्तीसगढ़ के सामुदायिक रेडियो को पछाड़ते हुए विश्व स्तर पर बिहार का परचम लहराया है, उसके बाद से विश्वविद्यालय में खुशी की लहर है. वहीं, इस खुशी के माहौल को चरितार्थ करने में कई लोगों का योगदान रहा है, जिसमें कार्यक्रम के निर्माण में आरजे अन्नू और विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अहम भूमिका निभाई. वहीं, 'मिलेट एक्सप्रेस' नामक इस कार्यक्रम के टाइटल सांग को एक प्राध्यापक की सुपुत्री तितली ने गाया है.इसके साथ ही कृषि से संबंधित तकनीकी जानकारी डॉ. महेश कुमार ने दी, और प्रिया सोनी ने युवा स्टार्टअप के रूप में अपना अनुभव साझा किया.
वेव्स समिट 2025 एक वैश्विक सम्मेलन है, जिसका उद्देश्य भारत को मीडिया, मनोरंजन और डिजिटल नवाचार के क्षेत्र में वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करना है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया. वहीं,चार दिनों तक चले इस आयोजन के दौरान कई हस्तियों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम में "मेक इन इंडिया" के तहत कंटेंट निर्माण, एनीमेशन, गेमिंग, वफक्स, स्ट्रीमिंग, रेडियो सम्मेलन इत्यादि कार्यक्रम हुए. इस तरह के समिट भारत की रचनात्मक शक्ति को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.