सीफूड एक्सपोर्ट करने वाले भारतीय एक्सपोर्ट्स के लिए एक बड़ी खबर आई है. मरीन प्रोडक्ट एक्सपोर्ट डवलपमेंट अथॉरिटी (एमपीडा) और एक्सपोर्ट इंस्पेक्शन काउंसिल (ईआईसी) की लगातार कोशिशों के बाद बड़े पैमाने पर सीफूड एक्सपोर्ट करने वालीं 99 कंपनियों को राहत मिली है. करीब दो साल बाद चीन ने सभी 99 कंपनियों पर से बैन हटा लिया है. कोविड-19 के दौरान चीन सरकार ने यह बैन लगाया था. इसके बाद से बड़े पैमाने पर सीफूड एक्सपोर्ट पर असर पड़ा था. लेकिन, बैन हटने के बाद से एक्सपोर्ट्स में एक नया जोश आया है. एमपीडा ने ट्विट कर ये जानकारी दी है.
चीन के अलावा सीफूड एक्सपोर्ट्स के लिए एक और बड़ी खबर कतर से भी आई है. यहां भी एमपीडा और ईआईसी की पहल के बाद कतर ने कुछ भारतीय सीफूड एक्सपोर्टर पर लगा बैन हटा लिया है. फीफा वर्ल्डं कप के दौरान सीफूड एक्सपोर्टर पर यह बैन लगा था. एमपीडा के चेयरमैन डीवी स्वामी का कहना है कि कतर और चीन के द्वारा बैन हटाने से एक्सपोर्ट होने वाले सीफूड की मात्रा बढ़ जाएगी, जिसका बड़ा फायदा मिलेगा.
कतर ने भारतीय सीफूड एक्सपोर्ट्स से हटाया बैन, फीफा वर्ल्ड कप के दौरान लगा था प्रतिबंध
कोविड-19 प्रोटोकाल के चलते दिसम्बर 2020 में चीन ने भारत की 110 कंपनियों को बैन कर दिया था. यह वो कंपनी थीं जो सीफूड एक्सपोर्ट करती हैं. कुछ समय बाद 11 कंपनियों को बैन की लिस्ट से बाहर कर दिया गया था. लेकिन 99 कंपनियों पर लगातार सीफूड एक्सपोर्ट करने पर बैन चला आ रहा था. एमपीडा के चेयरमैन डीवी स्वामी और ईआईसी के अधिकारी बैन हटवाने की कोशिशों में लगे हुए थे. लगातार की कोशिशों के बाद 14 फरवरी को यह कामयाबी हासिल हुई है.
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एमपीडा के चेयरमैन डीवी स्वामी ने किसान तक को बताया कि सामान्य दिनों में भी हर देश में खाने के सामान संबंधी एक्सपोर्ट और इंपोर्ट से जुड़े नियम बदलते रहते हैं. खासतौर पर कोविड-19 के दौरान बड़ी तेजी से यह नियम बदले गए थे. इसी के चलते हमने ट्रेनिंग देकर, लैटर जारी करने समेत हर माध्यम से सीफूड एक्सपोर्ट्स को जागरुक किया था.
बावजूद इसके किसी कारण के चलते साल 2020 में जब कोविड महामारी का प्रकोप फैला हुआ था कुछ नियम टूट गए. इसके कुछ भी कारण हो सकते हैं. लेकिन एक बार फिर से सभी एक्सपोर्ट्स को जागरुक कर दिया गया है. एमपीडा क्वालिटी और नियमों पर पूरा जोर देती है.
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