प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घोषणा की कि कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान देने वाले पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव और एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. पीएम मोदी ने ट्वीट कर यह जानकारी साझा की. सबसे पहले उन्होंने ट्वीट किया कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा.
चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की जानकारी देते हुए पीएम मोदी ने लिखा, 'यह हमारी सरकार का सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है. यह सम्मान देश के प्रति उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है. उन्होंने अपना पूरा जीवन किसानों के अधिकारों और कल्याण के लिए समर्पित कर दिया. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि 'चाहे चौधरी चरण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृह मंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति दी. वे आपातकाल के ख़िलाफ़ भी डटकर खड़े रहे. हमारे किसान भाइयों और बहनों के प्रति उनका समर्पण और आपातकाल के दौरान लोकतंत्र के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है.
पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न मिलने पर पीएम मोदी ने लिखा, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव गारू को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में, नरसिम्हा राव गरू ने विभिन्न क्षमताओं में भारत की बड़े पैमाने पर सेवा की. उन्हें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई वर्षों तक संसद और विधानसभा सदस्य के रूप में किए गए कार्यों के लिए समान रूप से याद किया जाता है. उनका दूरदर्शी नेतृत्व भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने, देश की समृद्धि और विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में सहायक था.
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प्रधान मंत्री के रूप में नरसिम्हा राव गारू का कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों द्वारा चिह्नित किया गया था जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला. इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में उनका योगदान एक ऐसे नेता के रूप में उनकी बहुमुखी विरासत को रेखांकित करता है, जिन्होंने न केवल महत्वपूर्ण परिवर्तनों के माध्यम से भारत को आगे बढ़ाया बल्कि इसकी सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को भी समृद्ध किया. आपको बता दें सरकार ने इससे पहले लालकृष्ण आडवाणी और कर्पूरी ठाकुर के लिए देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान की घोषणा की थी.