मालदा के किसान परिवार को मिला कांस्य पदक, खेती में काम करते हुए जीता ब्रॉन्ज

मालदा के किसान परिवार को मिला कांस्य पदक, खेती में काम करते हुए जीता ब्रॉन्ज

मालदा के युवक राजकुमार रॉय ने तमाम चुनौतियों के बावजूद बड़ा नाम कमाया है. राजकुमार उन युवाओं में शामिल हैं जो खेती-किसानी वाले परिवार से आते हैं. पूरा परिवार खेती में लगा है. राजकुमार खुद भी खेती में परिजनों का हाथ बंटाते हैं. अब उन्होंंने बॉक्सिंग में भी कमाल कर दिया है.

मालदा में किसान परिवार के युवा राजकुमार रॉय ने बॉक्सिंग में मेडल जीता है
मिल्टन पॉल
  • MALDA,
  • May 26, 2023,
  • Updated May 26, 2023, 3:40 PM IST

बंगाल के मालदा में एक युवक ने बड़ा नाम कमाया है. यह युवक किसान परिवार का बेटा है. इस युवक ने खेती का काम कर बॉक्सिंग में मेडल जीता है. इस युवा को बचपन से ही बॉक्सिंग का शौक था, लेकिन तरह-तरह की दिक्कतों के चलते वह खेल को आगे नहीं बढ़ा सका. खेल को बीच में ही छोड़ना पड़ा. इस युवक का नाम राजकुमार रॉय है. राजकुमार रॉय ने खेती के अलावा महज चार महीने की बॉक्सिंग ट्रेनिंग से ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया. राजकुमार रॉय ने खेती कर स्टेट बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर मालदा का नाम रोशन किया है. यह चर्चा का विषय इसलिए भी है क्योंकि किसान परिवार के किसी बेटे को इस स्तर का पदक मिला है.

राजकुमार रॉय अभी महज 30 साल के हैं. इनके मेडल जीतने के बाद मालदा में मुक्केबाजी का भविष्य दिखने लगा है. अब और भी बच्चे मुक्केबाजी में जाना चाहते हैं. मालदा के युवा-बच्चों को अब मुक्केबाजी में भविष्य दिख रहा है. 

75 किलो भार मे ंजीता कांस्य

वेस्ट बंगाल प्रोग्रेसिव बॉक्सिंग एसोसिएशन ने बेहाला में वेस्ट बंगाल स्टेट बॉक्सिंग चैंपियनशिप का आयोजन किया था. मालदा जिला खेल संघ की ओर से इस राज्य स्तरीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता में कुल चार लोगों ने भाग लिया. इनमें ओल्ड मालदा के राजकुमार राय ने 75 किग्रा वर्ग में भाग लिया. ऐसा पहली बार हुआ जब राजकुमार रॉय ने किसी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेकर पदक जीता.

ये भी पढ़ें: Good News: बस एक क्लिक में घर पर मिलेगा मालदा आम, बंगाल में शुरू हुई ये नई सुविधा

मालदा जिला खेल संघ की पहल पर बॉक्सिंग प्रशिक्षण शिविर शुरू किया गया है. जिले के प्रमुख प्रशिक्षक प्रणब कुमार भट्टाचार्य नियमित रूप से जिले के युवा और उभरती प्रतिभाओं को मुक्केबाजी का प्रशिक्षण दे रहे हैं. उन्होंने एक बार राजकुमार रॉय को ट्रेनिंग दी थी. आर्थिक तंगी और अलग-अलग समस्याओं के कारण राजकुमार ने ट्रेनिंग बीच में ही छोड़ दी. कोच प्रणब कुमार भट्टाचार्य उन्हें फिर से मैदान में लेकर आए. भट्टाचार्य करीब चार महीने से उन्हें नियमित ट्रेनिंग दे रहे हैं. 

बंगाल मुक्केबाजी में मिला सम्मान

पश्चिम बंगाल राज्य मुक्केबाजी चैंपियनशिप 18 से 20 मई के बीच आयोजित की गई थी. राजकुमार राय ने वहां शिरकत की. यह पहली बार है जब उन्हें किसी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिला है और वह खेल है. राजकुमार रॉय ने पहली प्रतियोगिता में ही कांस्य पदक जीता. कोच प्रणब कुमार भट्टाचार्य उनकी सफलता से खुश हैं. जिले के बॉक्सिंग कोच भविष्य में राजकुमार रॉय के सपने देख रहे हैं. राजकुमार में प्रतिभा है तो जिले के खेल प्रेमियों की उम्मीद जगी है. खेलप्रेमियों का कहना है कि मौका मिला तो रॉय भविष्य में और बेहतर करेंगे.

ये भी पढ़ें: बंगाल में अब नए तरीके से होगी मशरूम में खेती, किसानों को फ्री ट्रेनिंग दिलाएगी सरकार

राजकुमार रॉय ने 'आजतक' से कहा कि वे भविष्य में जिले के लिए प्रतिस्पर्धा कर स्वर्ण पदक जीतना चाहते हैं. न केवल राज्य स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी खेलने की इच्छा रखते हैं.

MORE NEWS

Read more!