Potato: यूपी में खुलेगा अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र का नया सेंटर, किसानों के लिए एक नई शुरुआत

Potato: यूपी में खुलेगा अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र का नया सेंटर, किसानों के लिए एक नई शुरुआत

उत्तर प्रदेश के आगरा में अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र की स्थापना को मंजूरी मिली. यह केंद्र भारत में आलू की उन्नत किस्मों के विकास, उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देगा.

Shivraj Singh ChouhanShivraj Singh Chouhan
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jun 26, 2025,
  • Updated Jun 26, 2025, 12:03 PM IST

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में एक अहम घोषणा की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के सिंगरा में अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र (CIP) के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना को मंजूरी दे दी है. यह कदम भारत के कृषि क्षेत्र, खासकर आलू उत्पादन को नई दिशा देगा.

भारत की एक प्रमुख फसल आलू

शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि गेहूं और चावल के बाद आलू सबसे ज्यादा खाया जाने वाला खाद्य पदार्थ है. भारत दुनिया में आलू उत्पादन में तीसरे स्थान पर है, जबकि चीन पहले नंबर पर है. भारत में ज्यादातर टेबल वैरायटी यानी खाने योग्य आलू की खेती होती है, लेकिन निर्यात के लिए प्रोसेसिंग वैरायटी की मांग अधिक है. इस केंद्र से उन किस्मों का विकास होगा जो निर्यात योग्य और उच्च गुणवत्ता की हों.

क्या होगा इस केंद्र का उद्देश्य?

इस केंद्र में एक जर्म प्लाज्म बैंक तैयार किया जाएगा, जिसमें आलू की बेहतर और उत्पादक किस्मों के बीज विकसित किए जाएंगे. सरकार का उद्देश्य है ऐसी किस्मों का विकास करना जो:

  • जलवायु अनुकूल हों
  • गर्मी, कीट और रोगों से लड़ सकें
  • बायोफोर्टिफाइड हों, यानी पौष्टिकता से भरपूर
  • मधुमेह रोगियों के लिए भी उपयुक्त हों

उत्तर भारत में आलू का योगदान

शिवराज सिंह ने कहा कि भारत में सबसे ज्यादा आलू का उत्पादन उत्तर भारत में होता है. उत्तर प्रदेश में 34 प्रतिशत आलू का उत्पादन होता है और आगरा इस क्षेत्र का प्रमुख केंद्र है. इसलिए आगरा को इस परियोजना के लिए चुना गया है. इसके जरिए विंध्य पर्वत के दक्षिण वाले इलाकों में भी आलू की खेती को बढ़ावा मिलेगा.

अन्य फसलों पर भी होगा काम

इस केंद्र में केवल आलू ही नहीं, बल्कि शकरकंद जैसे कंदीय फसलों की उन्नत किस्मों के विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा. इसका उद्देश्य किसानों को बेहतर बीज और अधिक उत्पादन देना है.

सरकारी निगरानी और नियंत्रण

शिवराज सिंह ने बताया कि इस केंद्र में जो भी नई वैरायटी विकसित की जाएगी, उन पर भारत सरकार का पूरी तरह नियंत्रण रहेगा. एक समन्वय समिति बनाई जाएगी, जिसमें कृषि सचिव और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के महानिदेशक शामिल होंगे.

आगरा में बनने जा रहा यह अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र न केवल आलू की गुणवत्ता और उत्पादन को बढ़ाएगा, बल्कि किसानों को नई तकनीक, अच्छे बीज और निर्यात के नए अवसर भी देगा. यह भारत के कृषि क्षेत्र के विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है.

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