Sugar Production: दुन‍िया में चीनी के पांच सबसे बड़े उत्पादक देश कौन हैं, भारत में इस साल क‍ितना हुआ उत्पादन

Sugar Production: दुन‍िया में चीनी के पांच सबसे बड़े उत्पादक देश कौन हैं, भारत में इस साल क‍ितना हुआ उत्पादन

Top Five Sugar Producing Countries: दुनिया भर में साल 2024 में कुल 181.2 मिलियन टन चीनी उत्पादन हुआ, जिसमें शीर्ष पांच देशों ने 60.9% का योगदान दिया है. इन देशों में ब्राजील, भारत, यूरोपियन यूनियन, थाइलैंड और चीन शामिल हैं. वहीं वर्तमान सीजन में उत्‍तर प्रदेश में 92.76 लाख टन चीनी उत्‍पादन हुआ है.

Top Five Sugar Producing CountriesTop Five Sugar Producing Countries
प्रतीक जैन
  • Noida,
  • May 21, 2025,
  • Updated May 21, 2025, 7:16 PM IST

दुनियाभर में इस साल कुल कितना चीनी उत्‍पादन हुआ है, इसे लेकर ताजा आंकड़े सामने आए हैं. केंद्रीय कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2024 में 5 प्रमुख चीनी उत्‍पादक देशों ने ही कुल वैश्वि‍क उत्‍पादन में (60.9 प्रतिशत) यानी लगभग 61 प्रत‍िशत का योगदान दिया है. इसमें भारत की भी बड़ी भू‍मि‍का है, जिसने वैश्विक उत्‍पादन में 19.8 प्रत‍िशत की साझेदारी का योगदान दिया है. विश्‍व में कुल 181.2 मिलि‍यन टन चीनी उत्‍पादन हुआ, जिसमें से 110.3 मिल‍ियन टन उत्‍पादन में शीर्ष पांच देशों ने भूमि‍का‍ निभाई है.

भारत में 36 मिल‍ियन टन चीनी उत्‍पादन हुआ

प्रमुख चीनी उत्‍पादन वाले देशों में पहले नंबर ब्राजील का नाम है, जिसने 39.7 मिल‍ियन टन चीनी उत्‍पादन किया, जो वैश्विक उत्‍पादन का 21.9 प्रत‍िशत है, जबक‍ि भारत 36 मिल‍ियन टन चीनी उत्‍पादन के साथ दूसरे नंबर पर है. वहीं, यूरोपियन यूनियन 15.2 मिल‍ियट टन चीनी उत्‍पादन के साथ दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा चीनी उत्‍पादन है.

चीनी उत्‍पादन में चीन पांचवे पायदान पर 

इसने वैश्विक उत्‍पादन में 8.4 प्रतिशत का योगदान दिया है और चौथे नंबर पर थाइलैंड है, जहां कुल 10 मिल‍ियन टन चीनी उत्‍पादन हुआ है और वैश्विक उत्‍पादन में 5.5 प्रतिशत का योगदान दिया है. वहीं, पांचवे नंबर पर चीन है, जिसने 9.5 मिल‍ियन टन चीनी उत्‍पादन के साथ कुल वैश्‍व‍िक उत्‍पादन में 5.2 प्रतिशत का योगदान दिया है.

इस साल घटेगा चीनी उत्‍पादन

वहीं, वर्तमान सीजन की बात करें तो इस साल भारत में चीनी उत्‍पादन में कमी आने का अनुमान है. अक्‍टूबर 2024 से शुरू हुए चालू सीजन में 15 मई तक 257.44 लाख टन उत्‍पादन दर्ज किया गया है. हालांकि, अभी तमिलनाडु की दो चीनी मिलों में गन्‍ना पेराई का काम चालू है और पेराई बंद कर चुकी कुछ मिलों में जुलाई से सितंबर के बीच फिर से काम चल सकता है. ऐसे में उत्‍पादन में कमी का अंतर थोड़ा कम हो सकता है. ISMA के 15 मई को जारी नए आंकड़ों के अनुसार, उत्‍तर प्रदेश में 92.76 लाख टन चीनी उत्‍पादन हुआ. यहां 122 चीनी मिलों में गन्‍ना पेराई का काम चला और अब सभी मिलों में काम बंद है. 

तमिलनाडु की दो चीनी मिलें अभी चालू

वहीं, महाराष्‍ट्र में 200 चीनी मिलों में पेराई का काम हुआ. इस दौरान 80.95 लाख टन चीनी उत्‍पादन हुआ, जबकि‍ कर्नाटक में 40.40 लाख टन चीनी उत्‍पादन हुआ, यहां 80 मिलों में गन्‍ने की पेराई हुई थी. इसके अलावा गुजरात की 15 चीनी मिलों से 8.9 लाख टन और तमिलनाडु की कुल 30 चीनी मिलों (वर्तमान में दाे चालू) से 4.84 लाख टन चीनी उत्‍पादन हुआ.

इसके अलावा कई अन्‍य राज्‍यों की 88 चीनी मिलों से 29.57 लाख टन चीनी का उत्‍पादन हुआ. चालू सीजन में कुल 533 चीनी मिलों में चीनी उत्‍पदान हुआ, जिसमें से अभी स‍िर्फ दो ही चालू हैं. हालांकि, ISMA ने अपने बयान में कहा कि उक्‍त चीनी उत्‍पादन के आंकड़े चीनी से इथेनॉल बनाने के लिए डायवर्जन के बाद के हैं.

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