भारत में हर दिन कोई न कोई त्यौहार मनाया जाता है. जिसके कारण बाजारों में मिठाइयों की मांग कभी कम नहीं होती. ऐसे में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए मिलावट की जाती है. ताकि मांग पूरी की जा सके. खासकर गणेश चतुर्थी से दिवाली तक मिठाइयों की मांग कई गुना बढ़ जाती है. ऐसे में लोग बाजार से मिठाई खरीदने से कतराते हैं. लेकिन त्योहारों के कारण लोगों को खरीदना पड़ता है. लेकिन अब आप इससे आसानी से बच सकते हैं. वो कैसे आइये जानते हैं. दरअसल, हममें से कई लोगों को लगता है कि घर पर मिठाई बनाना बहुत मुश्किल और महंगा काम है. इससे बचने के लिए लोग बाहर से मिठाइयां लाते हैं. लेकिन अब ऐसा नहीं है. आप घर पर आसानी से स्वादिष्ट और पौष्टिक मिठाइयां बना सकते हैं.
मिठाई का मतलब जरूरी नहीं कि जलेबी और रसगुल्ला ही हो. आज हम बात करेंगे सोरघम मिठाई के बारे में. यह देखने में भले ही केक जैसा लगे लेकिन इसका स्वाद किसी मिठाई से कम नहीं है. रेसिपी जानने से पहले आइए जानते हैं क्या है सोरघम और इसके फायदे.
सोरघम यानी ज्वार कि गिनती मोटे अनाजों में कि जाती है. ज्वार एक पौष्टिक अनाज है जो आहार फाइबर, प्रोटीन, विटामिन (जैसे बी विटामिन और नियासिन), और खनिज (लौह, मैग्नीशियम और फास्फोरस सहित) का अच्छा स्रोत है. यह ग्लूटेन-मुक्त भी है, जो इसे ग्लूटेन संवेदनशीलता या सीलिएक रोग वाले व्यक्तियों के लिए उपयुक्त बनाता है. ज्वार विभिन्न उपयोगों वाली एक बहुमुखी फसल है. इसका उपयोग मुख्य रूप से मानव उपभोग के लिए किया जाता है, क्योंकि इसे ब्रेड, फ्लैटब्रेड, दलिया और अन्य खाद्य उत्पाद बनाने के लिए आटे में मिलाया जा सकता है. इसका उपयोग सोरघम बियर जैसे मादक पेय पदार्थों के उत्पादन में भी किया जाता है.
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इस आसान रेसिपी की मदद से आप भी त्योहार के दौरान अपने घर पर स्वादिष्ट मिठाइयां बना सकते हैं. त्योहार के दौरान इसे कम समय में भी तुरंत तैयार किया जा सकता है. इसके अलावा, यह न केवल स्वादिष्ट है. दरअसल ये आपकी सेहत के लिए भी बहुत अच्छा है.