ये हैं मणिपुर के नन्हे हीरो, बिजली, कला और खेती से बदल रही जिंदगी

ये हैं मणिपुर के नन्हे हीरो, बिजली, कला और खेती से बदल रही जिंदगी

मणिपुर के मोइरांगथेम सेठ, मार्गरेट रामथारसीम और चोखोनी क्रिचेना ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से गांव की ज़िंदगी बदल दी है. सोलर एनर्जी से बिजली आई है, कला से रोज़गार मिला है, और फूलों की खेती से समुदाय मज़बूत हुआ है. उनकी कहानियाँ साबित करती हैं कि जहाँ चाह है, वहाँ राह है. वे प्रेरणा हैं और बदलाव की शक्ति का सबूत हैं.

मणिपुर में बनाई नई राह: Photo Credit: ANIमणिपुर में बनाई नई राह: Photo Credit: ANI
क‍िसान तक
  • Noida ,
  • Dec 28, 2025,
  • Updated Dec 28, 2025, 1:54 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर के मोइरांगथम सेठ की खूब तारीफ की. मोइरांगथम ने अपने गांव की बिजली की बड़ी समस्या का हल खुद ढूंढा. पीएम मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में बताया कि मोइरांगथम ने सौर पैनल लगाकर कई घरों में बिजली पहुंचाई. उन्होंने कहा कि यह साबित करता है कि 'जहां चाह, वहां राह.' मोइरांगथम 40 साल से भी कम उम्र के हैं और उन्होंने अपने इलाके के लोगों की मदद करने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग किया. उन्होंने गांव में एक अभियान शुरू किया और लोगों को सोलर पैनल लगाने के लिए प्रेरित किया. आज उनके इलाके के कई घरों में सौर ऊर्जा से बिजली पहुँच रही है.

मार्गरेट रामथारसिएम में कला से बदलती जिंदगी

प्रधानमंत्री ने मणिपुर की मार्गरेट रामथारसिएम की भी तारीफ की. मार्गरेट ने मणिपुर की पारंपरिक वस्तुएं जैसे बांस और लकड़ी के हस्तशिल्प को लोगों तक पहुंचाया. उन्होंने न केवल खुद को आगे बढ़ाया बल्कि कई लोगों की जिंदगी बदलने में भी मदद की. उनके प्रयासों से कई लोग पारंपरिक कला से अपना रोजगार बना पा रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि मार्गरेट ने अपनी कला को सिर्फ शौक नहीं बनाया, बल्कि इसे एक माध्यम बनाकर समाज की मदद की.

खेती और फूलों से समाज को मजबूती

सेंपाती जिले की चोखोने क्रिचेना भी प्रधानमंत्री की तारीफ में शामिल हैं. उनका पूरा परिवार परंपरागत खेती में लगा हुआ है. क्रिचेना ने फूलों की खेती को अपनी मेहनत और प्यार से बड़ा व्यवसाय बना लिया. अब वह अपने फूलों को बाजारों में बेचती हैं और स्थानीय लोगों को रोजगार देती हैं. उनके प्रयास से गांव के कई लोग खेती और फूलों के व्यवसाय से जुड़कर अपनी आमदनी बढ़ा पा रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि क्रिचेना ने परंपरागत अनुभव को नई दिशा दी और गांव के लोगों के जीवन में सुधार किया.

मणिपुर में प्रधानमंत्री का दौरा

इस साल सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार मणिपुर गए. यह दौरा 2023 की जातीय हिंसा के बाद मणिपुर में शांति और विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण था. पीएम मोदी ने वहां लोगों से बातचीत की और उन्हें प्रोत्साहित किया कि हर व्यक्ति छोटी-छोटी मेहनत से बड़ा बदलाव ला सकता है.

प्रधानमंत्री ने इन कहानियों के जरिए एक संदेश दिया कि चाहे बिजली की समस्या हो, पारंपरिक कला हो या खेती, अगर हम मेहनत और लगन से काम करें तो बड़ी समस्याओं का हल खुद ढूँढ सकते हैं. मोइरांगथम ने सौर ऊर्जा से बिजली पहुंचाई, मार्गरेट ने कला से लोगों की जिंदगी बदली और क्रिचेना ने खेती और फूलों से समाज को मजबूत बनाया. इन कहानियों से यह सिखने को मिलता है कि किसी भी समस्या का हल ढूंढने के लिए सिर्फ इच्छा और मेहनत चाहिए.

इस तरह मणिपुर के ये छोटे-छोटे हीरो अपने-अपने क्षेत्र में बदलाव ला रहे हैं और बाकी लोगों को भी प्रेरित कर रहे हैं. उनकी कहानियां यह दिखाती हैं कि अगर हम चाहें तो कठिन से कठिन समस्याओं को भी हल किया जा सकता है.

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