लंपी बीमारी (Lumpy Virus) आजकल बहुत बड़ा खतरा बनी हुई है. कई राज्यों के पशु इस बीमारी से परेशान हैं. यहां तक कि चुनावी राज्यों में यह बीमारी राजनीतिक दलों के लिए मुद्दा बना हुआ है. सत्तारूढ़ पार्टियों से इस बीमारी को लेकर विपक्ष लगातार सवाल-जवाब कर रहा है. तो आइए जानते हैं कि लंपी त्वचा रोग क्या है और यह पशुओं को कैसे संक्रमित करता है. यह भी जानते हैं कि यह बीमारी कैसे फैलती है और पशुओं को बचाने के क्या-क्या उपाय हैं.
लंपी एक त्वचा रोग है जो वायरस (Lumpy Virus) से फैलता है और गाय-भैंसों में प्रमुखता से असर करता है. यह वीषाणु जनित संक्रामक रोग है, इसीलिए बेहद खतरनाक होने के साथ इलाज में भी देरी होती है. पशुओं में यह वायरस बहुत तेजी से फैलता है और इसके लिए वह खास माध्यम का सहारा लेता है. अगर कोई पशु लंपी वायरस से संक्रमित हो जाए तो उसके शरीर पर परजीवी कीट, किलनी, मच्छर, मक्खियों से और दूषित जल, दूषित भोजन और लार के संपर्क में आने से यह रोग अन्य पशुओं में भी फैल सकता है.
इस रोग से प्रभावित पशुओं में मृत्यु दर बहुत कम होती है और सामान्य तौर पर 2 से तीन हफ्ते में पशु स्वस्थ हो जाता है. लंपी बीमारी जूनॉटिक नहीं है, इसलिए पशुओं का संक्रमण इंसानों में नहीं फैलता.