देश के लगभग हर राज्यों में मॉनसून की एंट्री हो चुकी है. मॉनसून की एंट्री के साथ ही देश भर में मौसम काफी सुहाना हो चुका है. उसकी के साथ की दस्तक आकाशीय बिजली ने भी अपना कहर बरसाना शुरू कर दिया है. ऐसे में खेतों में काम कर रहे और टहलने जा रहे लोग इस आकाशीय बिजली का शिकार होते हैं. यह समस्या आज से नहीं बल्कि सदियों से चली आ रही है. जिस वजह से खेत में काम कर रहे या खाली जगहों पर रह रहें लोगों ई मौत भी हो जाती है.
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के मुताबिक, हर साल बिजली गिरने से औसतन 2500 लोगों की जानें जाती है. आए दिन कई राज्यों में आकाशीय बिजली गिरने के मामले देखने को मिल रहे हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि कैसे खुद को बीजले के कहर से बचाए रख सकते हैं.
आकाशीय बिजली से बचने का उपाय
- बारिश के दौरान खेतों, खुले मैदानों, पेड़ों या किसी ऊंचे खंभे के पास न जाएं. क्योंकि इनमें बिजली गिरने की संभावना सबसे ज्यादा होती है.
- बिजली से खुद को बचाने का सबसे अच्छा तरीका एक सुरक्षित, बंद जगह ढूंढना है. वायरिंग और प्लंबिंग वाली किसी बड़ी इमारत, जैसे घर या कार्यालय की इमारत में आप खुद को बचा सकते हैं.
- तूफान के दौरान खुले मैदानों, पहाड़ी चोटियों और ऊंची जमीन से बचें. बिजली किसी क्षेत्र की सबसे ऊंची जगहों पर गिरती है, इसलिए संभावित बिजली के पोल या खंभे से दूर रहना जरूरी है. यदि आप बाहर हैं तो निचली भूमि या घाटी वाले जगहों पर रह सकते हैं.
- तूफान के दौरान झीलों, नदियों और तालाबों जैसे जगहों से दूर रहें.
- आंधी के दौरान बिजली के उपकरणों, जैसे लैंडलाइन फोन, कंप्यूटर, या अन्य प्लग-इन डिवाइस का उपयोग करने से बचें. बिजली बिजली के तारों के माध्यम से फैल सकती है और खतरा पैदा कर सकती है.
- तूफान बीत जाने के बाद भी, तुरंत बाहर ना निकलने. कम से कम 30 मिनट तक इंतजार करना जरूरी है. बिजली देर से गिर सकती है, और जब तक तूफान पूरी तरह से दूर नहीं हो जाता तब तक खतरा बना रह सकता है.
- खराब मौसम में जमीन के सीधा संपर्क से बचें और खाट या फिर बेड्स पर रहें. या फिर जमीन पर नंगे पैर न रहें. रबर की चप्पलों का प्रयोग करें.
- यह पता लगाना आसान है कि किसी को बिजली का झटका लगने वाला है. इसके लिए जब भी आप खराब मौसम में घर से बाहर जाएं या घर के अंदर ही रहें और आपके सिर पर बाल खड़े हो जाएं और त्वचा में झुनझुनी होने लगे तो समझ जाएं कि आपको करंट लग सकता है. इस कारण तुरंत झुक जाएं और अपने कानों को हाथों से ढक लें.