दुनिया में कई तरह की फल और सब्जियां मिलती हैं, जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं. सेहत को देखते हुए अब लोग इन फलों का सेवन भी बड़े पैमाने पर करने लगे हैं. पर क्या आपको पता है कि अंतरर्राष्ट्रीय फल दिवस कब मनाया जाता है. दरअसल प्रतिवर्ष 1 जुलाई को अंतरर्राष्ट्रीय फल दिवस मनाया जाता है. यह पहली बार 2007 में बर्लिन, जर्मनी के माउरपार्क बर्लिन के यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंस ऐलिस सॉलोमन के छात्रों द्वारा मनाया गया था. इसका उद्देश्य फल को खाने और उसके पोषण और स्वास्थ्य लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, दुनिया भर में खाद्य प्रणालियों में नुकसान और बर्बादी को कम करने के लिए जागरुकता लाना है.वहीं अगर बात फल दिवस की हो रही है तो ये जानना भी जरूरी है कि दुनिया का सबसे महंगा फल कौन सा है और कितनी है उसकी कीमत. अगर नहीं जानते हैं तो जान लें.
हजार, दो हजार रुपये किलो वाले फल तो आपने शायद खाये हों. लेकिन क्या कभी ऐसे फल का स्वाद चखा है, जिसकी कीमत लाखों में हो. आज हम आपको एक ऐसे फल के बारे में बताएंगे जो न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया का सबसे महंगा फल है. इस फल की कीमत सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. यह फल इतना महंगा है कि आप इस फल की कीमत में कहीं घूम सकते हैं या फिर ढेर सारा सोना भी खरीद सकते हैं. बता दें कि यह खास और महंगा फल सिर्फ जापान में ही उगाया जाता है. इस महंगे फल का नाम है युबारी मेलन, इसकी कीमत लाखों में है.
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यह दुनिया के सबसे महंगे फलों की सूची में नंबर 1 पर है. हालांकि इस सूची में कई अन्य फल भी शामिल हैं लेकिन, युबारी मेलन सबसे ऊपर है. रिपोर्ट के मुताबिक इसकी कीमत करीब 20 लाख रुपये प्रति किलो है. इस फल की खेती जापान में की जाती है और यहां से पूरे विश्व में निर्यात किया जाता है. समय के साथ भारत में भी इस फल की मांग बढ़ने लगी है.
जापान की जलवायु में नमी बहुत होती है. ये युबरी मेलन की खेती के लिए बिल्कुल उपयुक्त मानी जाती है. यह महंगा इसलिए होता है क्योंकि इसकी खेती में काफी मेहनत लगती है. युबारी खरबूजे को ग्रीन हाउस में सूरज की रोशनी में उगाया जाता है. यह खरबूजा मूल रूप से युबारी शहर में उगाया जाता था, इसलिए इसका नाम युबरी खरबूजा पड़ा. वहां का मौसम इस खरबूजे के लिए एकदम सही है. ये खरबूजे बहुत नाजुक होते हैं. खेती से लेकर भंडारण तक में काफी मेहनत लगती है. वहीं बिक्री के लिए एकदम सही तरबूज को ही ले जाया जाता है.