ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV): वो भी साल नया था, ये भी साल नया है. तब भी खतरा अदृश्य था, अब भी खतरा अदृश्य है. उस बार भी चीन से एक वायरस आया था, इस साल भी चीन से ही एक और वायरस आया है. दुश्मन सूक्ष्म है, डर बड़ा है और बीमारी विकराल है. चीन से एक नया वायरस (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस), जिसे HMPV कहा जा रहा है, ने अब भारत में दस्तक दे दी है. खबर है कि पहले कर्नाटक, फिर गुजरात और अब बंगाल में HMPV के मामले सामने आए हैं.
इसलिए जो गलती कोरोना वायरस की दस्तक पर हमने की थी, कोशिश करें कि अब वह ना दोहराई जाए. क्योंकि अब हमारे पास ऐसे वायरस से लड़ने का अनुभव भी है और पिछली लड़ाई के जख्म भी. लिहाजा आपको इस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के लक्षण और सावधानियां पता होना बहुत जरूरी है.
दरअसल, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस भी कोविड-19 की ही तरह रेस्पिरेट्री वायरस है जो हमारे श्वसन तंत्र पर हमला करता है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के उत्तरी प्रांत में इस वायरस से 14 साल से कम उम्र के बच्चे ज्यादा पीड़ित हो रहे हैं.इस रिपोर्ट में कहा गया है कि HMPV इन्फ्लूएंजा ए, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोरोना वायरस जैसे दूसरे वायरस के साथ मिलकर तेजी से फैल सकता है. खास बात ये है कि यह वायरस कोई नया नहीं है, बल्कि इसकी खोज 2001 में ही हो गई थी.
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हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में सबसे ज्यादा फैलता है. US सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, ये वायरस खांसने या छींकने से संक्रमित व्यक्ति के शरीर में से निकलकर दूसरे लोगों को इन्फेक्ट करता है. संक्रमित व्यक्ति को छूने, उससे हाथ मिलाने या फिर नजदीकी संपर्क में आने से ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस या HMPV फैलता है. यानि कि HMPV भी एक दम कोरोना वायरस की तरह ही फैलता है.
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