Cockroach Farming: दुनियाभर में भांति-भांति के लोग रहते हैं. उनका रहन-सहन, वेश-भूषा, बोलचाल की भाषा के साथ-साथ खानपान भी अलग-अलग होता है. वहीं अलग खानपान होने की वजह से दुनियाभर में अलग-अलग फसलों की खेती भी की जाती है. इसके साथ ही दुनियाभर में कई ऐसी अजीबो-गरीब चीजों की भी खेती होती है जिनके बारे में जानकर आपको हैरानी होगी. उन्हीं में से एक कॉकरोच की खेती है. कॉकरोच एक छोटा सा जीव है, लेकिन कई लोग इसे देखकर डर जाते हैं. इन कॉकरोचों को घर से बाहर निकालने के लिए कई तरकीबें, दवाइयों का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन चीन में कॉकरोच की खेती की जाती है. कॉकरोच की खेती के बारे में सुनकर आपको भले ही अजीब लग रहा हो, लेकिन चीन के लोगों के लिए मछली, मुर्गी या मधुमक्खी पालन जैसे ही कॉकरोच पालन मुनाफे का बिजनेस है.
दरअसल, चीन में कॉकरोच को मारने या खत्म करने के बजाय जान-बूझकर हजारों की संख्या में पाला जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं कॉकरोच की खेती क्यों की जाती है? कॉकरोच का इस्तेमाल कहां किया जाता है-
कॉकरोच की खेती चीन में होती है. कॉकरोच की खेती चीन के लोगों के लिए वैसा ही मुनाफे का बिजनेस है, जैसे मछली, मुर्गी या मधुमक्खी पालन हमारे देश में है. यही वजह है कि यहां बाकायदा हजारों की संख्या में कॉकरोचों को पाला जाता है और उन्हें हार्वेस्ट भी किया जाता है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर @NaijaFlyingDr नाम के ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया गया है. वीडियो को देखकर निश्चित तौर पर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. लेकिन यह चीन के लोगों के लिए सामान्य बात है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में कॉकरोच का इस्तेमाल कचरों के निपटारा के लिए किया जाता है. मालूम हो कि चीन जनसंख्या की दृष्टि से विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश है, तो सामान्य सी बात है कि यहां पर कचरें भी ज्यादा होते होंगे. वहीं एक्सपर्ट की मानें तो कॉकरोच इन कचरों को खाने का काम करते हैं. इससे पर्यावरणीय खतरा भी नहीं होता है और यह कचरों के निपटारे का काफी सस्ता तरीका है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कॉकरोच का उपयोग ब्यूटी प्रोडक्ट और दवाओं में या फिर जानवरों के चारे के लिए किया जाता है. वहीं कॉकरोच से बनी दवाओं का उपयोग पेप्टिक अल्सर, त्वचा की जलन, घावों और पेट के कैंसर में भी किया जाता है.
गौरतलब है विश्व के कई देशों में कॉकरोच प्रोटीन डाइट का भी विकल्प बन चुके हैं. इनका इस्तेमाल ब्यूटी प्रोडक्ट, दवाओं और पशुओं के चारे के लिए तो किया ही जा रहा है. साथ ही इनका इस्तेमाल इन दिनों प्रोटीन पाउडर के रूप में भी किया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि इसके सेवन से स्वास्थ्य में काफी लाभ मिल सकते हैं.