जीएसटी घटा, किसानों की राहत बढ़ी... लेकिन खाद, बीज, कीटनाशक के दामों पर संशय

जीएसटी घटा, किसानों की राहत बढ़ी... लेकिन खाद, बीज, कीटनाशक के दामों पर संशय

कृषि से जुड़े उत्पादों को लेकर जीएसटी की दरों में हुई कमी. कृषि से जुड़े कई उत्पादों के दामों में आएगी कमी. बिहार के उपमुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री ने कहा कि लघु एवं सीमांत किसानों के लिए सरकार ने बड़ी सहूलियत दी है. वहीं, किसानों ने कहा कि कंपनियां अपने उत्पाद का दाम न बढ़ाएं.

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अंक‍ित कुमार स‍िंह
  • Patna,
  • Sep 05, 2025,
  • Updated Sep 05, 2025, 1:38 PM IST

नई दिल्ली में बुधवार को जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक के बाद जहां जीएसटी को लेकर कई बड़े ऐलान हुए हैं, वहीं देश स्तर पर जीएसटी की नई दरों के लागू होने से कृषि क्षेत्र से जुड़ी कई सामानों पर कर व्यवस्था में बदलाव देखने को मिला. वहीं, बिहार के उप मुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी रिफॉर्म आने के बाद किसानों को सीधा आर्थिक लाभ होने वाला है. उन्होंने बताया कि जीएसटी में कृषि कार्य में उपयोग होने वाले विभिन्न यंत्रों, उपकरणों और निर्दिष्ट जैव-कीटनाशक और सूक्ष्म पोषक तत्वों की दर घटने से किसानों का आर्थिक बोझ कम होगा. हालांकि, कई लोगों को ऐसा भी लग रहा है कि दर में कमी तो आई है लेकिन यह तभी किसानों के लिए फायदेमंद होगा, जब संबंधित कंपनी अपने उत्पाद का दाम नहीं बढ़ाए.

कृषि यंत्रों पर जीएसटी दर करीब आधी हुई

कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नई जीएसटी दरों में कृषि क्षेत्र में उपयोग होने वाले यंत्रों पर कमी की गई है, जो किसान और कृषि क्षेत्र को लेकर सकारात्मक कदम है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने ट्रैक्टर के टायर और पुर्जों पर जीएसटी की दर 18 प्रतिशत से घटाकर मात्र 5 प्रतिशत कर दी है. इसी प्रकार ट्रैक्टर पर जीएसटी की दर 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दी गई है. साथ ही, ड्रिप सिंचाई प्रणाली और स्प्रिंक्लर पर भी जीएसटी की दर 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दी गई है, जिससे जल संरक्षण और आधुनिक सिंचाई पद्धतियों को प्रोत्साहन मिलेगा.

उन्होंने कहा कि कृषि, बागवानी और वानिकी के लिए मिट्टी की तैयारी, खेती, कटाई और थ्रेसिंग में उपयोग होने वाली मशीनों पर भी जीएसटी की दर 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दी गई है. इससे किसानों को आधुनिक कृषि उपकरण आसानी से मिलेंगे और साथ ही पैसा भी कम देना होगा.

लघु सीमांत किसानों के लिए सरकार का तोहफा

बिहार जैसे कई राज्य हैं, जहां लघु और सीमांत किसानों की आबादी काफी अधिक है. वहां के किसानों के लिए कृषि यंत्र खरीदना संभव नहीं है. हालांकि, केंद्र सरकार द्वारा कृषि से जुड़े विभिन्न उपकरणों और जैव-कीटनाशक और सूक्ष्म पोषक तत्वों पर जीएसटी दरों में दी गई सहूलियत के बाद उनके लिए सामानों को खरीदना थोड़ा आसान होता दिख रहा है. कृषि मंत्री सिन्हा ने कहा कि जैव-कीटनाशक और सूक्ष्म पोषक तत्वों पर जीएसटी दर 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दी गई है. इससे किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले जैविक उत्पाद सस्ती दरों पर उपलब्ध होंगे और टिकाऊ कृषि पद्धति को बढ़ावा मिलेगा.

किसानों ने रखी अपनी बात

जीएसटी की नई दरों को लेकर जहां किसान खुश हैं, वहीं पटना के बिहटा निवासी और उर्वरक और बीज दुकान के संचालक अभिजीत कुमार सिंह कहते हैं कि सरकार की ओर से कृषि से जुड़े सामानों पर जीएसटी दर में बहुत कमी की गई है. इससे तो किसानों को फायदा होगा, लेकिन यह फायदा तभी संभव होगा जब कंपनियां उस उत्पाद के दाम में बढ़ोतरी नहीं करें. जिस तरह से टैक्स दर में कमी आई है, उसके बाद इसकी भी संभावना है कि जितना कमी आई है, उतना ही उत्पाद के दाम में कंपनियां बढ़ोतरी कर दें. अगर ऐसा होता है तो जीएसटी दर में कमी आने के बाद भी किसानों को किसी तरह का फायदा नहीं होगा. क्योंकि मैं खुद खाद-बीज की दुकान चलाता हूं और मुझे इस बात की कहीं न कहीं शंका सता रही है.

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