लोगों को रोजमर्रा की जिंदगी में सिर्फ धान, गेहूं और दाल ही नहीं बल्कि अन्य कई चीजों की जरूरत होती है, जो खेती-बाड़ी से आती है. ये ऐसी चीजें हैं जो हर पल की आपकी जरूरत पूरा करती हैं, लेकिन आपको शायद ये जानकारी नहीं होगी कि इनका सीधा संबंध खेती-बाड़ी से होता है. आइए आज इन्हीं कुछ खास चीजों के बारे में बताते हैं.
आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि बच्चों या बुजुर्गों को पहनाए जाने वाला डायपर भी उसी खेती-बाड़ी का हिस्सा है. यानी खेती से मिलने वाले प्रोडक्ट ही डायपर में इस्तेमाल होते हैं. फिर वही डायपर पानी या अन्य चीजें को सोखने लायक बनाता है. डायपर में मक्के के प्रोडक्ट या बाइ प्रोडक्ट का इस्तेमाल होता है. इसे कॉर्न स्टार्च कहते हैं जो हमारी खेती-बाड़ी का हिस्सा है.
आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि घर में जिस टूथपेस्ट का इस्तेमाल करते हैं. उसमें भी मक्के के प्रोडक्ट का का उपयोग किया जाता है. दरअसल इसका उपयोग स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है. मक्के के उपयोग से टूथपेस्ट को थोड़ा टेस्टी बनाया जाता है ताकि लोग इसे आराम से यूज कर सकें.
क्या आप जानते हैं कि चर्बी से लेकर बकरी के दूध का उपयोग करके साबुन बनाया जाता है. कई साबुनों में सोया भी इस्तेमाल किया जाता है. कुछ स्टडी में ये बात सामने आई है कि सोया न केवल त्वचा को नरम और मुलायम बनाने में मदद करता है बल्कि झुर्रियों को कम करने में मदद करता है. यही वजह है कि इसका इस्तेमाल साबुन और क्रीम में किया जाता है.
आजकल बाजार में कई तरह के पेय पदार्थ आते हैं. इन पेय पदार्थों के लिए स्ट्रॉ भी बनाया जाता है जिसे पैकेट के साथ ग्राहकों को मुफ्त में दिया जाता है. क्या आपको पता है कि यह स्ट्रॉ भी खेती-बाड़ी का हिस्सा है. पहले स्ट्रॉ प्लास्टिक का होता था जिस पर सरकार ने रोक लगा दी. इसके बाद गेहूं और मक्के के डंठल से स्ट्रॉ बनाया जा रहा है. यह स्ट्रॉ इको फ्रेंडली होने के साथ किसानों की कमाई भी बढ़ा रहा है.
क्या आप जानते हैं कि गुडइयर टायर किस चीज को मिलाकर बनाया जाता है. तो आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि उसमें सोयाबीन का तेल मिलाया जाता है. दरअसल इसे मिलाने से टायर के चलने का जीवन बढ़ जाता है. यानी सोयाबीन का तेल मिलाकर टायर बनाने से उसका टिकाऊपन बढ़ जाता है. और यह सोयाबीन का तेल हमारी खेती-बाड़ी से ही आता है.