आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन मिर्च एक ऐसी फसल है जिस पर कीट सबसे ज्यादा हमला करते हैं और उससे बचाने के लिए किसान कई तरह की दवाओं का भी इस्तेमाल करते हैं. खासतौर पर जब मिर्च के पौधे पर फूल लगता है तो कीड़ों का हमला सबसे ज्यादा होता है जिसकी वजह से शुरूआत में ही फसल खराब हो जाती है. लेकिन अब किसानों को इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है. एग्रीकल्चर से जुड़े बिजनेस करने वाली कंपनी गोदरेज एग्रोवेट ने एक नई दवा लॉन्च की है जिसका नाम राशिनबान है. इस कीटनाशक दवा को गोदरेज एग्रोवेट ने जापान की कंपनी निसान केमिकल कॉर्पोरेशन के साथ मिलकर तैयार किया है, राशिनबान भी एक जापानी शब्द है.
मिर्च की पौध लगाने के करीब 40-45 दिन के बाद इस दवा फसल पर छिड़काव करना है. यही वो टाइम होता है जब मिर्च के पौधे पर फूल आना शुरू होता है और पौधों पर सबसे ज्यादा कीड़े और दूसरे कीट हमला करते हैं. इन कीट से बचाने के लिए एक एकड़ खेत में करीब 400मिलीलीटर दवा का छिड़काव करना होता है. मिर्च के अलावा इसे भिंडी और टमाटर की फसल पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर बलराम सिंह यादव का कहना है कि हम किसानों के की समस्या के समाधान पर काम करना चाहते हैं और राशिनबान मिर्च उगाने वाले किसानों के एक बड़ा समाधान है. उनका कहना है कि अगर फूल लगने वाली स्टेज पर इस दवा का छिड़काव किया जाए तो फसल को कीड़ों से बचाया जा सकता है. इस कीटनाशक दवा को जापानी कंपनी निसान केमिकल कॉर्पोरेशन( इंडिया) के सहयोग से तैयार किया है. कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा कि इस दवा के माध्यम से मिर्च पैदा करने वालों किसानों की मदद करना है ताकि वो ज्यादा उत्पादन कर सकें.
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भारत को मसालों का घर माना जाता है. यहां मिर्च से लेकर और भी कई तरह से मसाले पैदा किये जाते हैं. विश्व में पैदा होने वाली करीब 36% मिर्च का उत्पादन भारत में होता है लेकिन दुख की बात ये है कि इसमें से करीब 80% मिर्च की फसल बिल्कुल शुरूआत में ही खराब हो जाती है . कीट पंतगे, घुन और दूसरे कीड़ों की वजह से ये फसल बर्बाद हो जाती है. गोदरेज एग्रोवेट कंपनी का कहना है कि राशिनबान दवा किसानों को इस समस्या से बचाएगी और इसके इस्तेमाल से फूल लगने के दौरान कीटनाशकों से बचाव हो सकेगा.
इससे पहले गोदरेज एग्रोवेट ने ग्रेसिआ और एक दवा हनाबी भी भी लॉन्च की थी . ग्रासिआ को मिर्च की पौध लगाने के वक्त इस्तेमाल किया जाता है और हनाबी जब मिर्च की फसल तैयार हो जाती है तब उसे यूज किया जाता है. दरअसल मिर्च की फसल को शुरुआत से आखिर तक खराब होने से बचाने के लिए गोदरेज एग्रोवेट ने ये तीन दवाएं तैयार की है जिससे किसानों की फसल सुरक्षित रहे.