मूंगफली की डीएच-256 (DH-256) वैरायटी सबसे अच्छी मानी जाती है जो अधिक उपज देने के साथ किसानों की बंपर कमाई कराती है. इस मूंगफली के दाने बड़े और चमकदार होते हैं जिसकी मार्केट में मांग हमेशा बनी रहती है. मूंगफली की इस किस्म से तेल भी अधिक निकलता है. ऐसे में अगर आप मूंगफली की खेती करना चाहते हैं तो घर बैठे डीएच-256 का बीज मंगा सकते हैं. वह भी ऑनलाइन ऑर्डर करके. आइए जानते हैं इसे घर बैठे मंगाने का प्रोसेस क्या है.
दरअसल, सरकार की संस्था नेशनल सीड्स कॉरपोरेशन यानी NSC किसानों की सुविधा के लिए बीज बेचती है. किसान इस संस्था से ऑनलाइन ऑर्डर करके बीज मंगा सकते हैं. अगर आप डीएच-256 किस्म खरीदना चाहते हैं तो NSC के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर तुरंत ऑर्डर कर सकते हैं. इसके लिए आपको एनएससी के इस लिंक पर जाना होगा. यहां से आप आसानी से ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं.
डीएच-256 टीएल किस्म की मूंगफली का बीज 1400 रुपये में मिल रहा है. 10 किलो की मूंगफली के पैकेट की असली कीमत 1750 रुपये है, लेकिन एनएससी 20 परसेंट छूट के साथ 1400 रुपये में मुहैया करा रहा है. अच्छी बात ये है कि किसान चाहें तो इसे किस्तों के आधार पर भी ले सकते हैं. इसके लिए आईसीआईसीआई बैंक का खाता होना चाहिए. उस बैंक के खाताधारक 127 रुपये प्रति माह की ईएमआई पर मूंगफली का बीज खरीद सकते हैं.
मूंगफली की डीएच-256 किस्म रस्ट, लेट लीफ स्पॉट, स्पोडोप्टेरा और थ्रिप्स के प्रति सहनशील है. फसल 110-115 दिनों में पक जाती है. फली की उपज- 20-25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है. एनएससी के मुताबिक यह हाई क्वालिटी और प्रीमियम बीज है जिससे किसान अच्छी उपज ले सकते हैं.
एआईसीआरपी मूंगफली, यूएएस धारवाड़ केंद्र ने कर्नाटक और अखिल भारतीय क्षेत्र V (दक्षिणी प्रायद्वीपीय) में खेती के लिए सूखे और पत्ता रोगों के प्रति सहनशील, दोहरे मौसम (खरीफ और रबी/ग्रीष्म दोनों मौसमों में खेती के लिए उपयुक्त) मूंगफली की किस्म Dh 256 विकसित की है. इसमें फली की उपज (किलोग्राम/हेक्टेयर) 3000-3500 किग्रा/हेक्टेयर है. खरीफ और रबी/ग्रीष्म में इसकी खेती कर सकते हैं. 110 से 115 दिन यह किस्म पक जाती है. प्रमुख रोगों और कीटों के प्रति सहनशील है और पछेती पत्ती के धब्बे और रतुआ रोगों के प्रति सहिष्णु है.