उत्तर भारत में सर्दी शुरू होने से पहले ही सरसों का साग खाने की तैयारियां शुरू हो जाती हैं. सरसों का साग बहुत ही खास डिश है और लोगों को इसका बेसब्री से इंतजार रहता है. हालांकि, बड़े शहरों में रहने वाले लोगों की अक्सर शिकायत रहती है कि उन्हें अच्छा सरसों नहीं मिल पाता है जिससे वह साग बनाएं.
इस परेशानी का सबसे अच्छा समाधान है कि आप खुद सरसों उगा लें. इसे घर पर गमलों में आसानी से उगाया जा सकता है. सही मिट्टी, समय, देखभाल और थोड़ी समझदारी से आप ताज़ा, हरा-भरा और केमिकल-फ्री सरसों का साग घर पर पा सकते हैं.
कैसे उगाएं सरसों का साग?
1. सही समय चुनें
- सबसे अच्छा मौसम: अक्टूबर से फरवरी (सर्दियों का मौसम)
- सरसों का साग ठंडे मौसम में तेजी से बढ़ता है.
- बहुत गर्मी में पत्तियां जल्दी पीली पड़ जाती हैं, इसलिए गर्मियों में इसे उगाना मुश्किल होता है.
2. गमला और मिट्टी तैयार करें
गमले का चुनाव:
- गमले की गहराई 8–10 इंच होनी चाहिए.
- चौड़ा गमला लें ताकि पौधों के बीच पर्याप्त दूरी बनी रहे.
मिट्टी की तैयारी:
- 60% गार्डन मिट्टी
- 20% गोबर की खाद या कंपोस्ट
- 20% रेत
- मिट्टी में ड्रेनेज अच्छा होना चाहिए ताकि पानी जमा न हो.
- मिट्टी को बोने से पहले धूप में 2-3 घंटे सुखा लें ताकि कीड़े-मकोड़े न रहें.
3. बीज बोने का तरीका
- गमले की सतह पर मिट्टी को समतल करें.
- बीजों को 1 इंच गहराई पर हल्के हाथों से बोएं.
- बीजों के बीच 2-3 इंच की दूरी रखें.
- ऊपर से हल्की मिट्टी की परत डाल दें.
- बीज बोने के बाद स्प्रे बोतल से हल्का पानी दें.
4. पानी और धूप का ध्यान रखें
- रोज़ाना हल्की सिंचाई करें, लेकिन गमले में पानी जमा न होने दें.
- सरसों के पौधों को 4-5 घंटे की सीधी धूप चाहिए.
- बहुत ठंड पड़ने पर गमले को ऐसी जगह रखें जहां हल्की धूप और हवा मिले.
5. खाद और देखभाल
- हर 15 दिन में एक बार तरल गोबर खाद या कंपोस्ट टी डालें.
- पत्तों पर कीड़े लगने पर नीम का तेल स्प्रे करें.
- खरपतवार (weed) निकलते ही हटा दें, वरना पौधों की ग्रोथ धीमी हो जाएगी.
6. पौधों की देखभाल
- जब पौधे 4-5 इंच के हो जाएं, तो कमजोर पौधों को हटा दें ताकि बाकी पौधों को ज्यादा पोषण मिले.
- अगर आप साग जल्दी चाहते हैं तो 25-30 दिन में छोटी पत्तियां काट सकते हैं.
- अगर पूरी फसल लेनी है तो 40-45 दिन बाद पौधों को जड़ से काटें.
7. कटाई (Harvesting)
- पहली कटाई: 25-30 दिन बाद छोटी पत्तियों की
- पूरी कटाई: 40-45 दिन बाद
- कटाई के बाद तुरंत पत्तियों को पानी में धो लें और इस्तेमाल करें.
8. खास टिप्स
- बीज ज्यादा गहरे न बोएं, वरना अंकुरण में दिक्कत होगी.
- हमेशा ताज़े बीज का इस्तेमाल करें.
- बहुत ठंड में गमले को रात में घर के अंदर रखें.
- एक ही गमले में बार-बार सरसों न उगाएं, फसल चक्र बदलें.
घर की बालकनी या छत पर गमलों में सरसों का साग उगाना बेहद आसान है. बस सही मिट्टी, पर्याप्त धूप, नियमित पानी और थोड़ी देखभाल से आप ताज़ा, हरा-भरा और स्वादिष्ट सरसों का साग घर पर ही पा सकते हैं.
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