बरसात के मौसम में गुड़हल के पौधों पर सफेद कीड़े लग जाते हैं. ये कीड़े रूई जैसे दिखते हैं और पत्तियों, तनों और फूलों के आसपास जमा हो जाते हैं. इन्हें मिलीबग्स (Mealybugs) कहा जाता है. धीरे-धीरे ये मिलीबग्स पौधे का रस चूसकर उसे कमजोर कर देते हैं और अगर समय रहते इलाज न किया जाए, तो पौधा सूख भी सकता है.
लेकिन इन कीड़ों से एक बार में ही छुटकारा पाया जा सकता है वो भी बिना किसी महंगे कीटनाशक के.
1 लीटर पानी में आधा चम्मच लिक्विड हैंडवॉश या सर्फ मिलाएं.
इसे अच्छे से घोलकर स्प्रे बोतल में भर लें.
अब इस घोल को पौधे के पूरे हिस्से पर छिड़कें, खासकर पत्तियों के नीचे और तनों के जोड़ पर, जहां कीड़े ज्यादा दिखते हैं.
10 मिनट बाद पौधे को साफ पानी से धो दें ताकि साबुन के अवशेष हट जाएं और पत्तियां झुलसें नहीं.
यह स्प्रे पौधे को नुकसान नहीं पहुंचाता और एक बार में ही कीड़े साफ कर देता है.
गुड़हल का पौधा कैसे लगाएं? दो आसान तरीके
1. कटिंग से तैयार करें पौधा
पुराने गुड़हल से 6-8 इंच की एक टहनी काटें जिसमें 3-4 गांठें हों.
नीचे की पत्तियां हटा दें और इस कटिंग को गमले की मिट्टी में लगा दें.
15–20 दिन तक रोज हल्का पानी दें और छांव में रखें.
जल्द ही इसमें नई कोंपलें आने लगेंगी और पौधा बढ़ने लगेगा.
2. नर्सरी से खरीदें तैयार पौधा
अगर आप जल्दी फूल देखना चाहते हैं, तो सीधे नर्सरी से तैयार गुड़हल का पौधा खरीदें.
घर लाकर इसे ऐसे गमले में लगाएं जिसमें नीचे छेद हो और मिट्टी अच्छी तरह पानी निकाल सके.
लगाने के बाद 2-3 दिन छांव में रखें और हल्का पानी दें.
1 हफ्ते के भीतर पौधा नए माहौल में ढल जाएगा और जल्द ही फूल भी आने लगेंगे.
ज्यादा फूल के लिए बेस्ट हैं ये खाद
100 ग्राम सरसों खली को 1 लीटर पानी में 24 घंटे भिगोएं. इसे छानकर 15 दिन में एक बार पौधे को दें.
महीने में एक बार हल्की मात्रा में पोटाश देने से फूलों का आकार और संख्या दोनों बढ़ते हैं.
हर महीने थोड़ा-थोड़ा गमले में गोबर की खाद या कम्पोस्ट मिलाएं. इससे मिट्टी नरम और पोषक बनी रहती है.
पानी कब और कैसे दें?
गर्मियों में रोज या एक दिन छोड़कर पानी दें.
सर्दियों में जब मिट्टी ऊपर से सूखी लगे, तभी पानी दें.
हमेशा ध्यान रखें कि गमले के नीचे से पानी निकले, वरना जड़ें सड़ सकती हैं.
फूलों के लिए अपनाएं ये खास टिप्स
पौधे को रोजाना 4-6 घंटे की सीधी धूप मिलनी चाहिए.
सूखी या पीली पत्तियां समय-समय पर हटा दें.
मुरझाए हुए फूल तोड़ दें, इससे नए फूल जल्दी आएंगे.
हर 15 दिन में हल्का खाद या लिक्विड न्यूट्रिशन देते रहें.