खेती में ड्रोन के इस्तेमाल से किसानों की लागत और समय बचाने में स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिलाओं और किसानों की मदद की जा रही है. एग्रीटेक कंपनी सलाम किसान ने महाराष्ट्र में ड्रोन इस्तेमाल का दायरा बढ़ाने के लिए महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत उम्मेद प्रदर्शनी में अर्जुन ड्रोन का प्रदर्शन किया. कंपनी ने किसानों को ड्रोन ट्रेनिंग और उसके फायदों के बारे में जानकारी दी.
सलाम किसान के मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) अक्षय खोबरागड़े ने बताया कि हम ड्रोन इकोसिस्टम को मजबूत करने और डेटा ऑपरेटेड एग्रीकल्चर को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं. उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत चंद्रपुर जिले के चंदा क्लब ग्राउंड में मिनी सरस उम्मेद प्रदर्शनी 1 से 5 फरवरी तक आयोजित की गई. कार्यक्रम में सलाम किसान ने अपने एआई तकनीक से लैस ड्रोन अर्जुन के बारे में और कृषि ड्रोन स्प्रेइंग के लाभ की जानकारी दी गई है.
सलाम किसान ने यह दिखाया कि उसकी उन्नत ड्रोन तकनीक किसानों की इनपुट लागत को कम करने और पैदावार बढ़ाने में कैसे मदद कर सकती है. टीम ने सरकार द्वारा ड्रोन तकनीक को बढ़ावा देने की पहल ड्रोन दीदी की जानकारी भी किसानों को दी. उन्होंने बताया कि सलाम किसान ने अपनी पहल ‘लोकल फॉर ग्लोबल’ के जरिए स्वयं सहायता समूहों (SHGs) की मदद कर रहा है. इसके साथ ही एफपीओ के साथ जुड़कर एग्री ड्रोन इस्तेमाल का दायरा बढ़ाया जा रहा है.
अक्षय खोबरागड़े ने कहा कि सलाम किसान अपने डेटा ऑपरेटेड एग्रीकल्चर तकनीक के जरिए किसानों सशक्त बनाने, लागत कम करने और पैदावार बढ़ाने के लिए कमिटेड है. उन्होंने कहा कि मिनी सरस प्रदर्शनी जैसे मंचों के जरिए हम विशेष रूप से SHGs और महिला नेतृत्व वाले उद्यमों को बढ़ावा देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि सलाम किसान भारत के लिए टिकाऊ और टेक्नोलॉजी ऑपरेटेड कृषि भविष्य बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहा है.