अगर आप PM Kisan Samman Nidhi योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो फार्मर रजिस्ट्री तुरंत करा लेनी चाहिए. यूपी में इसकी डेडलाइन 31 जनवरी है. उधर सरकार ने ऐलान कर दिया है कि 24 फरवरी को पीएम किसान की 19वीं किस्त जारी की जाएगी. किसानों को सलाह दी गई है कि उसके पहले वे अपनी फार्मर रजिस्ट्री करा लें. पीएम किसान के अलावा अन्य कृषि योजनाओं का लाभ लेने के लिए फार्मर रजिस्ट्री कराना जरूरी है. फार्मर रजिस्ट्री के जरिये किसानों को एक खास तरह की किसान आईडी मिलती है जिसके जरिये वे पीएम किसान सहित अन्य योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं.
नए नियम के मुताबिक, पीएम किसान स्कीम में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए किसान की फार्मर आईडी जरूरी है. इसी आईडी के आधार पर पीएम किसान स्कीम का लाभ मिलेगा. फार्मर आईडी या किसान आईडी आधार नंबर की तरह होता है जिसमें किसानों की कई डिटेल्स दर्ज होते हैं. किसान के जमीन की रिकॉर्ड, जनसांख्यिकी, फसलों की जानकारी आदि के बारे में फार्मर आईडी में डिटेल्स दर्ज होती है. अभी देश के 10 राज्यों में पीएम किसान के लिए फार्मर आईडी देना अनिवार्य किया गया है. इन राज्यों में तेजी से फार्मर आईडी बनाने का काम चल रहा है.
उत्तर प्रदेश में फार्मर आईडी बनाने के लिए किसान ऐप और वेबसाइट का सहारा ले सकते हैं. यहां किसान चार अलग-अलग तरीके से फार्मर आईडी बना सकते हैं. ये चार तरीके निम्नलिखित हैं-
किसान रजिस्ट्री कराने के कई फायदे हैं. फार्मर रजिस्ट्री कराने वाले किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना के हकदार होते हैं और उन्हें सालाना 6000 रुपये मिलते हैं. सरकार से मिलने वाली सब्सिडी का लाभ लेने के लिए भी फार्मर रजिस्ट्री जरूरी है. इसमें खाद, बीज और अन्य कृषि सब्सिडी शामिल हैं. फार्मर रजिस्ट्री के जरिये किसान फसल बीमा और लोन माफी योजनाओं का फायदा ले सकते हैं. फार्मर आईडी बनने के बाद कृषि से जुड़ी योजनाओं में अलग-अलग डिटेल्स देने की जरूरत नहीं होगी. फार्मर रजिस्ट्री होने के बाद किसान की जमीन की पूरी जानकारी ऑनलाइन अपडेट हो जाती है जिससे कई तरह की जमीन संबंधी परेशानियां दूर हो जाती हैं.