आज के आधुनिक युग में हर क्षेत्र में मशीनों का इस्तेमाल बढ़ते जा रहा है. वर्तमान में मशीनों के माध्यम से खेती-किसानी से लेकर कई तरह का काम किया जा रहा है. मशीनों के इस जमाने में बड़े से बड़े काम कुछ घंटों में हो जाता है. वहीं, मौजूदा समय में कृषि के क्षेत्र में इसका उपयोग बढ़ता जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि किसान अपनी खेती-बाड़ी में आधुनिक मशीनों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करने लगे हैं. इन मशीनों के इस्तेमाल से खेती करना आसान हो गया है. आज हम आपको खेती-किसानी से जुड़ी ऐसी ही तीन मशीनों के बारे में बताएंगे जिसका इस्तेमाल किसानों के लिए चमत्कार से कम नहीं है. इन मशीनों के मदद से किसान बुवाई से लेकर सिंचाई तक कम पैसे और कम मेहनत में कर सकते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कौन सी हैं वो तीन मशीनें और क्या है उनकी खासियत.
बात करें इन तीन मशीनों कि तो इसमें हैपी सीडर मशीन, सुपर सीडर मशीन और स्ट्रा बेलर मशीन शामिल है. इन मशीनों का इस्तेमाल किसान अपनी खेती में पूरे साल कर सकते हैं. साथ ही इन मशीनों से अपनी खेती के साथ-साथ भाड़े पर दूसरे किसानों को देकर बेहतर कमाई भी कर सकते हैं. वहीं, मशीनों के इस्तेमाल से फसल उत्पादन में भी बढ़ोतरी होती है.
हैपी सीडर एक ऐसी मशीन है जो धान की फसल की कटाई के लिए इस्तेमाल की जाती है. साथ ही धान की फसल की कटाई के बाद पराली प्रबंधन के लिए इस मशीन का इस्तेमाल किया जाता है. ये मशीन गेहूं को सीधे खेत के अवशेषों के साथ ही बुवाई कर सकती है. इस मशीन से फसलों की बुवाई करने पर सिंचाई में लगने वाले पानी की बचत होती है.
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सुपर सीडर एक ऐसी मशीन है जिसे खेतों में ट्रैक्टर के साथ जोड़कर इस्तेमाल किया जाता है. इस मशीन की मदद से किसानों को फसलों की निराई-गुड़ाई की समस्या से समाधान मिलता है. इसके अलावा ये मशीन धान और गेहूं की कटाई के बाद फसल अवशेषों को खेत में फैलाने के काम आती है. इसके अलावा किसानों को इसके इस्तेमाल से ये फायदा होता है कि मशीन की मदद से खेत में फैलाए अवशेष खाद में तब्दील हो जाते हैं और फसल की पैदावार में बढ़ोतरी होती है.
स्ट्रा बेलर एक ऐसी मशीन है जो पराली यानी अवशेषों को खेतों में इकट्ठा करके छोटे-छोटे गट्ठर बना देती है, जिससे किसानों को खेत में पराली जलाने की समस्या से समाधान मिलता है. साथ ही खेतों में मिट्टी सुरक्षित रहती है. ऐसे में पराली प्रबंधन के लिए स्ट्रा बेलर एक बेहतरीन मशीन है.
कृषि मशीनरी कृषि उत्पादन में सुधार के लिए एक आवश्यक उपकरण बनती जा रही है. खेती किसानी में मशीनों के उपयोग से भूमि सुधार के साथ ही मिट्टी का कटाव कम होता है. इसके अलावा अलग-अलग मशीनों के प्रयोग से फसलों में सिंचाई भी कुशल व्यवस्था होती जा रही है. पानी के बचाव के अलावा पैसे, मजदूरों और समय का भी बचत होने लगा है. इन सभी फायदों के साथ किसानों को अधिक उत्पादन और बेहतर लाभ भी मिल रहा है.