Irrigation Project: अब बुंदेलखंड में नहीं सूखेंगी फसलें, यूपी में 95 नए प्रोजेक्‍ट्स को मिली मंजूरी

Irrigation Project: अब बुंदेलखंड में नहीं सूखेंगी फसलें, यूपी में 95 नए प्रोजेक्‍ट्स को मिली मंजूरी

इन प्रोजेक्‍ट्स के पूरे होने पर राज्य का सिंचाई नेटवर्क मजबूत होगा. साथ ही  पूर्वांचल, तराई, बुंदेलखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों को इसका सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन प्रोजेक्‍ट्स का मकसद सिर्फ निर्माण नहीं, बल्कि जल प्रबंधन को कुशल बनाना, फसल उत्पादन बढ़ाना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है.

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क‍िसान तक
  • Lucknow ,
  • Nov 20, 2025,
  • Updated Nov 20, 2025, 9:24 AM IST

उत्तर प्रदेश में नहर सिस्‍टम को मजबूत बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिंचाई और जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक में 95 नए प्रोजेक्‍ट्स को मंजूरी दे दी है. अब इसके साथ ही करीब 39453 लाख रुपये के इन प्रोजेक्‍ट्स से राज्य के करीब 36 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता फिर से स्थापित हो सकेगी. इससे करीब 9 लाख किसानों और गांववालों को सीधा फायदा मिलने की उम्मीद है. 

क्या होगा इन प्रोजेक्‍ट्स में  

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी कार्य तय समय पर और हाई क्वालिटी के साथ पूरे किए जाएं. उन्होंने साफ कहा कि सिंचाई व्यवस्था को दुरुस्त करना, जल प्रबंधन सुधारना और किसानों के हितों को सुरक्षित रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. मीटिंग में बताया गया कि नहरों के पुनर्स्थापन और सुधार से जुड़े इन प्रोजेक्‍ट्स में कई महत्वपूर्ण काम शामिल होंगे 

  • नहर सिस्‍टम में गैप भरना और नई नहरों का निर्माण
  • हेड रेगुलेटर, क्रॉस रेगुलेटर, साइफन और फॉल जैसे इनफ्रास्‍ट्रक्‍चर का निर्माण
  • नहरों के अंदरूनी और बाहरी सेक्शन का सुधार
  • जरूरत वाली जगहों पर लाइनिंग का काम
  • क्षतिग्रस्त कुलाबों का पुनर्निर्माण
  • नहरों पर पुल-पुलियों का निर्माण और मरम्मत
  • नहर किनारे पटरियों पर खड़ंजा लगाना
  • निरीक्षण और कार्यालय भवनों का जीर्णोद्धार
  • नहरों पर बनी पनचक्कियों की मरम्मत
  • विभागीय भूमि की सुरक्षा के लिए बाउंड्रीवाल निर्माण

किन क्षेत्रों को होगा फायदा 

अधिकारियों ने बताया कि इन प्रोजेक्‍ट्स के पूरे होने पर राज्य का सिंचाई नेटवर्क मजबूत होगा. साथ ही  पूर्वांचल, तराई, बुंदेलखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों को इसका सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन प्रोजेक्‍ट्स का मकसद सिर्फ निर्माण नहीं, बल्कि जल प्रबंधन को कुशल बनाना, फसल उत्पादन बढ़ाना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी किसान की फसल सिंचाई की कमी में नष्‍ट नहीं होगी, यही सरकार का लक्ष्य है. 

बेकार पड़ी जमीन का प्रयोग 

सीएम ने विभाग को निर्देश दिया कि वह बेकारी पड़ी सरकारी जमीन का सर्वे कर उसके बेहतर उपयोग के लिए डिटेल्ड वर्कप्‍लान तैयार करे. उनका कहना था कि ऐसी जमीन का बेहतर प्रयोग विभाग की आय बढ़ाने में भी मददगार होगा. इसके अलावा बैठक में बाढ़ प्रबंधन कार्यों की भी समीक्षा की गई. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अगले साल की जरूरतों को देखते हुए सभी तैयारी जनवरी से ही शुरू कर दी जाएं. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों के सुझावों के आधार पर विस्तृत योजना तैयार की जाए ताकि समय पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित हो सके. 

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