
आज के समय में किसान केवल अनाज उगाने तक सीमित नहीं हैं. अनाज के साथ-साथ फूलों की खेती भी उन्हें खूब लाभ दे रही है. इन फूलों में गुलाब की मांग हमेशा बनी रहती है, चाहे वह त्योहार हो, शादी-ब्याह हो या आम सजावट. अगर सही तरीको से गुलाब की खेती की जाए, तो साल भर कमाई का एक पक्का जरिया बन सकती है. इसमें सही किस्म चुनना, पौधे लगाने का सही तरीका अपनाना, समय पर खाद-पानी देना और छंटाई करना, यही गुलाब की खेती में सफलता के मुख्य मंत्र हैं.
इसकी खेती करने के दो मुख्य तरीके हैं. अगर आप खुले खेत में पौधे लगा रहे हैं, तो इसके लिए अक्टूबर से नवंबर का महीना सबसे अच्छा माना जाता है. इस समय लगाई गई पौध ठंड में अच्छी तरह जड़ पकड़ लेती है. लेकिन, अगर आपके पास पॉलीहाउस की सुविधा है, तो आप साल में कभी भी गुलाब की खेती शुरू कर सकते हैं.
गुलाब की खेती से आप कितनी कमाई करेंगे, यह काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि आपने कौन सी किस्म चुनी है. सही किस्म का चुनाव करके एक एकड़ से साल भर में 1 लाख से 3 लाख रुपये या इससे भी ज्यादा कमा सकते हैं.
हाइब्रिड टी गुलाब:
यह गुलाब की सबसे लोकप्रिय किस्म है. इसके फूल बड़े और सुंदर होते हैं और यह लंबे तने पर खिलता है. गुलदस्ते और सजावट में सबसे ज्यादा इसी गुलाब का इस्तेमाल होता है. इसलिए बाजार में इसकी मांग और कीमत दोनों अच्छी मिलती है.
फ्लोरिबंडा गुलाब:
यह झाड़ीदार किस्म है और इसमें फूल अकेले नहीं, बल्कि गुच्छों में लगते हैं. इसके तने हाइब्रिड टी जितने लंबे नहीं होते, लेकिन यह पैदावार बहुत ज्यादा देती है. बगीचों और सजावट के लिए यह बहुत अच्छी मानी जाती है.
अल्बा गुलाब:
यह एक बहुत पुरानी और मजबूत संकर किस्म है. इसकी पत्तियां नीली-हरी होती हैं और फूल सफेद या हल्के गुलाबी रंग के होते हैं. यह साल में एक बार खिलता है और कम देखभाल में भी आसानी से उग जाता है.
क्लाइम्बिंग गुलाब:
यह बेल वाली किस्म है जो दीवारों, खंभों या बाड़ के सहारे ऊपर चढ़ती है. यह देर वसंत या गर्मियों की शुरुआत में खिलती है.
छोटा गुलाब:
इस किस्म के पौधे और फूल दोनों ही छोटे होते हैं. इन्हें गमलों में, घरों की बालकनी या छोटे बगीचों में आसानी से उगाया जा सकता है.
गुलाब की रोपाई करते समय सही दूरी का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. इससे पौधे को बढ़ने की पूरी जगह मिलती है और बाद में निराई-गुड़ाई और दवा छिड़काव में आसानी होती है. पौधे से पौधे की दूरी 60 सेंटीमीटर रखें और लाइन से लाइन की दूरी भी 60 सेंटीमीटर ही रखें.
पौधा लगाते समय, हर गड्ढे में पौधे की जड़ के पास लगभग 10 किलो अच्छी सड़ी हुई गोबर की खाद जरूर डालें. यह पौधे को शुरुआती ताकत देती है. जब आप डीएपी या यूरिया दें, तो एक बात का खास खयाल रखें. खाद को पौधे के तने या जड़ से बिल्कुल सटाकर न डालें. इसे हमेशा तने से 10 सेंटीमीटर दूर मिट्टी में मिलाकर दें. अगर केमिकल खाद सीधे जड़ पर लगती है, तो उसकी गर्मी से पौधा जल सकता है.
अच्छी फसल लेने के लिए सिर्फ पौधा लगाना ही काफी नहीं है, उसकी सही देखभाल भी जरूरी है. इसमें तीन चीजें मुख्य हैं. गुलाब को सिंचाई की जरूरत होती है, लेकिन खेत में पानी जमा नहीं होना चाहिए. समय-समय पर खेत से खरपतवार निकालते रहें ताकि पौधे को पूरा पोषण मिल सके. गुलाब से ज्यादा और अच्छे फूल लेने के लिए छंटाई सबसे जरूरी काम है. बारिश का मौसम खत्म होने के बाद पौधे की हल्की छंटाई करनी चाहिए.
गुलाब की पॉलीहाउस में खेती करना बहुत फायदेमंद है. पॉलीहाउस के अंदर आप मौसम को नियंत्रित कर सकते हैं. इससे आप ऑफ-सीजन में भी गुलाब उगा सकते हैं, जब बाजार में गुलाब के दाम सबसे ऊंचे होते हैं. पॉलीहाउस आपके फूलों को तेज बारिश, धूप और कीटों से भी बचाता है, जिससे फूलों की गुणवत्ता बहुत अच्छी रहती है. पाली हाउस में 500 मीटर जगह में सालाना 3 लाख रुपये कमाई हो सकती है.