पीएम फसल बीमा योजना के तहत रबी सीजन की फसलों का बीमा कराने के लिए कटऑफ डेट तय कर दी गई है. गेहूं, सरसों, चना समेत अन्य रबी फसलों की बुवाई करने वाले किसानों से कहा गया है वह आपदा से फसल सुरक्षा और आर्थिक नुकसान से बचने के लिए योजना का लाभ जरूर उठाएं. खरीफ सीजन की तुलना में रबी फसलों के लिए औसत बीमा प्रीमियम दर भी घटा दी गई है.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले फसल नुकसान से आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए शुरू की गई है. इस योजना के तहत किसानों की फसलों का बीमा किया जाता है, जिससे उन्हें फसल नुकसान की स्थिति में मुआवजा मिल सके. योजना का उद्देश्य किसानों की आय को स्थिर करना, कृषि में जोखिम को कम करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है. PMFBY की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार योजना में न्यूनतम प्रीमियम दर पर फसल बीमा का लाभ मिलता है, डिजिटल तकनीक के जरिए मुआवजा बेहद आसानी से और जल्दी पीड़ित किसानों को उपलब्ध कराया जाता है.
अक्टूबर से रबी सीजन की फसलों की बुवाई शुरू हो चुकी है. इन फसलों का बीमा कराने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से किसानों से अपील की गई है. गेहूं, सरसों और चना समेत अन्य रबी फसलों का बीमा कराने के लिए कटऑफ डेट 31 दिसंबर 2024 निर्धारित की गई है. इसका मतलब है कि 31 दिसंबर तक बोई गई फसलों का बीमा किसान करा सकते हैं.
पीएम फसल बीमा योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के इरादे से खरीफ सीजन की तुलना में रबी सीजन की फसलों के लिए बीमा प्रीमियम दर में भी कटौती की गई है.
केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अनुसार खरीफ सीजन 2024 के लिए करीब 9 करोड़ किसानों ने फसल बीमा के लिए आवेदन किए. पीएम फसल बीमा योजना की शुरूआत जनवरी 2016 में की गई थी. इन 8 वर्षों के दौरान 70 करोड़ से अधिक किसानों के आवेदन मिले हैं. इनमें से 19.67 करोड़ से अधिक किसानों को फसल नुकसान की भरपाई की गई है. इसके तहत 1.64 लाख करोड़ से अधिक राशि का बीमा क्लेम भुगतान किया जा चुका है.