महाराष्ट्र में प्याज का दाम लगातार रिकॉर्ड बना रहा है, लेकिन एक मंडी जो सबसे ज्यादा चर्चा में है उसका नाम है कामठी. यह मंडी नागपुर में है और यहां पिछले एक हफ्ते से लगातार 4000 रुपये प्रति क्विंटल तक का भाव बना हुआ है. राज्य की कुछ और मंडियों में भी 4000 से 4200 रुपये प्रति क्विंटल तक का रेट पहुंचा है लेकिन ऐसा सिर्फ एक-दो दिन के लिए ही हुआ है. जबकि कामठी में यह रेट लगातार कायम है. महाराष्ट्र एग्रीकल्चरल मार्केटिंग बोर्ड के अनुसार नागपुर की कामठी मंडी में 24 जून को सिर्फ 15 क्विंटल प्याज की आवक हुई. यहां आवक में भारी कमी की वजह से न्यूनतम दाम भी 3000 रुपये क्विंटल हो गया. अधिकतम दाम 4000 और औसत दाम 3500 रुपये प्रति क्विंटल रहा.
आवक में कमी की वजह से राज्य की ज्यादातर मंडियों में प्याज का दाम 2500 से 3500 रुपये प्रति क्विंटल तक बना हुआ है. इससे किसानों को अच्छा खासा फायदा हो रहा है. किसान आमतौर पर प्याज का 3000 रुपये क्विंटल का दाम मांगते रहे हैं और इस साल उन्हें अधिकांश मंडियों में इतना दाम मिल रहा है. किसानों का कहना है कि उनकी लागत प्रति क्विंटल 2000 रुपये आती है, इसलिए उन्हें कम से कम 3000 रुपये का भाव मिलना चाहिए.
महाराष्ट्र के किसान चाहते हैं कि सरकार अब दोबारा प्याज की निर्यातबन्दी न करे. क्योंकि बहुत मुश्किल से सही कीमत मिलनी शुरू हुई है. महाराष्ट्र कांदा उत्पादक संगठन के अध्यक्ष भारत दिघोले का कहना है कि अभी सरकार ने निर्यात पर 550 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) और उस पर 40 प्रतिशत एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाई हुई है. इस शर्त को हटाने की जरूरत है, जिससे किसानों को और अच्छा दाम मिल सके.
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