लू ने तहस-नहस कर दी अनानास की खेती, कहां-किससे सुनाएं दर्द...केरल के किसानों ने बताई आपबीती

लू ने तहस-नहस कर दी अनानास की खेती, कहां-किससे सुनाएं दर्द...केरल के किसानों ने बताई आपबीती

मौसम विभाग ने अप्रैल महीने के दौरान केरल में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी की भविष्यवाणी की थी. कोट्टायम जैसे प्रमुख अनानास उत्पादक क्षेत्र में भी 28 अप्रैल को तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया, जो अप्रैल 2020 की शुरुआत में दर्ज किए गए उच्चतम 38.3 डिग्री से अधिक है.

अनानास के उत्पादन में गिरावट की उम्मीद. (सांकेतिक फोटो)
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Apr 30, 2024,
  • Updated Apr 30, 2024, 2:27 PM IST

भीषण गर्मी से सिर्फ इंसान ही नहीं परेशान हैं, बल्कि फसलों को भी बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है. इसका सबसे ज्यादा असर केरल में देखने को मिल रहा है. भीषण गर्मी और लू की वजह से केरल में अनानास के उत्पादन में गिरावट आई है. कहा जा रहा है कि इससे मार्केट में अनानास की सप्लाई प्रभावित हो गई है. व्यापारी मार्केट की मांग को पूरा नहीं कर पा रहे हैं. वहीं, प्रदेश के अनानास किसानों का कहना है कि राज्य भर में चल रही लू के चलते तैयार हो चुकी अनानास की फसल को नुकसान पहुंचा है. वहीं, अनानास की नई फसल की रोपाई में भी दिक्कतें आ रही हैं. 

द हिन्दू की रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य केरल में इस साल काफी कम बारिश दर्ज की गई है. इससे अनानास की खेती में लागत बढ़ गई है. वहीं, खेती में बढ़ती लागत और पानी की किल्लत की वजह से किसानों ने अनानास की दोबारा रोपाई करने से दूरी बना ली है. वजाकुलम में अनुभवी किसान बेबी जॉन ने कहा कि इस साल अनानास की 40 फीसदी फसल लू से नष्ट हो गई है. उन्होंने बताया कि कुछ स्थानों पर तो फरवरी की शुरुआत से ही अभी तक बारिश नहीं हुई है. ऐसे में उन स्थानों पर फसल को नुकसान अधिक हो सकता है.

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मौसम विभाग की भविष्यवाणी

मौसम विभाग ने अप्रैल महीने के दौरान केरल में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी की भविष्यवाणी की थी. कोट्टायम जैसे प्रमुख अनानास उत्पादक क्षेत्र में भी 28 अप्रैल को तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया, जो अप्रैल 2020 की शुरुआत में दर्ज किए गए उच्चतम 38.3 डिग्री से अधिक है. वहीं, एर्नाकुलम जिले में तापमान 34.4 डिग्री के बीच रहा. इसके अलावा केरल में औसत वर्षा भारी कमी के दौर से गुजर रहा है. 1 मार्च 2024 से 29 अप्रैल 2024 के बीच राज्य में सामान्य 136.3 मिमी के मुकाबले औसतन 51.8 मिमी बारिश हुई, जो 62 फीसदी कम है. 

औसत से काफी कम बारिश

एर्नाकुलम और कोट्टायम जैसे बड़े अनानास उत्पादक जिलों में औसत से क्रमशः 15 प्रतिशत और 46 प्रतिशत बारिश की कमी दर्ज की गई है. वज़हाक्कुलम में अनानास व्यापारी जो जो ने कहा कि गर्मी के चलते फल की गुणवत्ता गंभीर रूप से प्रभावित हुई है. साथ ही फल के वजन में भी गिरावट आई है. उनका कहना है कि इलाके के अधिकांश किसान सिंचाई संकट से जूझ रहे हैं है. खासकर उन क्षेत्रों के किसान भी सिंचाई के लिए जूझ रहे हैं, जहां पहले पानी उपलब्ध हुआ करता था.

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6,000 हेक्टेयर में अनानास की खेती

वहीं, फसल को नुकसान पहुंचने से अनानास की कीमतें भी बढ़ने लगी हैं. अनानास उत्पादक संघ के अनुसार, चालू सीजन के दौरान ताजे फल की कीमत 10 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ गई है. ताजे पके फल की कीमत अप्रैल में 55 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 28 अप्रैल को 65 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. किसान बेबी जॉन ने कहा है कि लू की वजह से अनानास की आपूर्ति भी मार्केट में प्रभावित हुई है. ऐसे केरल में लगभग 6,000 हेक्टेयर में अनानास की खेती होती है.

 

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