तम्बाकू किसानों को इस साल मिली बंपर कीमत, जानिए क्या है बड़ी वजह

तम्बाकू किसानों को इस साल मिली बंपर कीमत, जानिए क्या है बड़ी वजह

भारत ने 2023-24 में 1.45 अरब डॉलर मूल्य का तम्बाकू निर्यात किया, जो पिछले साल 1.21 अरब डॉलर था, जो 19.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है. इस साल ब्राज़ील और ज़िम्बाब्वे में तम्बाकू के उत्पादन में उल्लेखनीय गिरावट आई है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों में इसकी कमी आई है और भारत के किसानों को बहुत अच्छा भाव मिला है.

किसानों को मिला तम्बाकू का अच्छा भाव
क‍िसान तक
  • Noida,
  • May 04, 2024,
  • Updated May 04, 2024, 6:08 PM IST

चीन, ब्राजील और जिम्बाब्वे जैसे बड़े तंबाकू उत्पादकों द्वारा उत्पादन से संबंधित मुद्दों की रिपोर्ट करने के साथ ही भारतीय तंबाकू की मांग में काफी वृद्धि हुई है. बताया गया है कि ब्राजील और जिम्बाब्वे में उत्पादन गिर गया है, जिसके बाद भारत मे किसानों को अच्छी कीमत मिल रही है. आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में तंबाकू किसानों, जिन्होंने 2023-24 सीज़न में अच्छी फसल ली, ने उपज के लिए रिकॉर्ड कीमतें हासिल की हैं. जबकि कर्नाटक में बिक्री का मौसम किसानों द्वारा 257 रुपये प्रति किलोग्राम की रिकॉर्ड औसत कीमत की रिपोर्ट के साथ समाप्त हुआ. 

आंध्र प्रदेश में किसानों ने नीलामी में लगभग 44 मिलियन किलोग्राम (एमकेजी) की बिक्री की, जिसमें 34.50 एमकेजी मध्यम-से-निम्न-ग्रेड और शामिल थे.  बाकी चमकदार (उच्च ग्रेड) का तम्बाकू था. यहां किसानों को औसत मूल्य 250 रुपये प्रति किलोग्राम मिला.

रिकॉर्ड पैदावार हुई

सूत्रों का कहना है कि 2023-24 के लिए तंबाकू बोर्ड द्वारा तय किए गए 100 एमकेजी फसल आकार के मुकाबले, कर्नाटक में किसानों ने लगभग 88 एमकेजी उपज उगाई. आंध्र प्रदेश में, किसानों ने रिकॉर्ड 204 मिलियन किलोग्राम तंबाकू उगाया, जो बोर्ड द्वारा निर्धारित 142 मिलियन किलोग्राम की फसल के आकार से कहीं बहुत अधिक है.

बफर स्टॉक में गिरावट

आंध्र प्रदेश में कीमतें 341 रुपये किलोग्राम के उच्चतम स्तर को छू गई हैं, औसत कीमत लगभग 250 रुपये है, जो पिछले साल लगभग इसी समय 197 रुपए थी. 

भारत को फायदा

तम्बाकू बोर्ड के अध्यक्ष यशवन्त कुमार ने यह बात बिजनेसलाइन को बताई. उन्होंने बताया कि इस साल ब्राज़ील और ज़िम्बाब्वे में तम्बाकू के उत्पादन में उल्लेखनीय गिरावट आई है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों में इसकी कमी आई है. हालांकि चीन और इंडोनेशिया के बीच एक मुक्त व्यापार समझौता है, लेकिन इंडोनेशिया तम्बाकू निर्यात करने की स्थिति में नहीं है. इससे स्थिति भारतीय तंबाकू के लिए अनुकूल हो गई है.
भारत ने 2023-24 में 1.45 अरब डॉलर मूल्य का तम्बाकू निर्यात किया, जो पिछले साल 1.21 अरब डॉलर था, जो 19.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.

किसानों ने किस श्रेणी का तम्बाकू बेचा

बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि गुंटूर मुख्यालय वाले बोर्ड ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों को आश्वस्त करते हुए शो आयोजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई कि भारत एक रेगुलर निर्यातक हो सकता है. उधर, आंध्र प्रदेश में नीलामी का मौसम, जो एक महीने पहले शुरू हुआ, अगस्त के अंत तक चलेगा. किसानों ने, अब तक, नीलामी के बाद के चरण के लिए उच्च-श्रेणी के तंबाकू को छोड़कर, मध्यम-से-निम्न-श्रेणी की उपज बेची है. 2023-24 में राज्य में उत्पादित 204 एमकेजी तम्बाकू में से लगभग 47-48 प्रति प्रतिशत मध्यम से निम्न श्रेणी का तम्बाकू है. बाकी उच्च श्रेणी का तम्बाकू है, जिसकी कीमत अधिक हो सकती है.

प्री-मॉनसून देरी ने बढ़ाई चिंता

हालांकि, प्री-मॉनसून बारिश में देरी कर्नाटक में किसानों के लिए चिंता का कारण है. मैसूरु के आसपास के इलाकों में किसान फ्लू क्यूर्ड वर्जीनिया (एफसीवी) तंबाकू उगाते हैं. अच्छी कीमतों से उत्साहित, किसान, जो अपनी तंबाकू नर्सरी तैयार कर चुके हैं, प्री-मॉनसून बारिश में देरी से चिंतित हैं. ऐसी संभावना है कि रकबा मामूली रूप से बढ़ सकता है, लेकिन यह यह सब बारिश के समय पर निर्भर करेगा.

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