Dasheri Mango News: अगर फलों के राजा आम की बात करे तो लखनऊ के मलिहाबाद का दशहर आम सबसे फेमस है, लेकिन अगर आमों की वैराइटी का स्वाद लेने के लिए एक हफ्ता और इंतजार करना पड़ेगा. इसी बीच शनिवार को मलिहाबादी दशहरी आम को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. अवध आम उत्पादक एवं बागवानी समिति के महासचिव उपेंद्र कुमार सिंह ने किसान तक से बातचीत में बताया कि 250 से अधिक किसानों ने मिलकर बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि 13 जून के बाद ही दशहरी आम किसान तोड़कर बाजारों तक भेजेंगे. वहीं देश-विदेश की मंडियों में भी 13 जून के बाद ही आम लखनऊ से भेजा जाएगा. आम की बागवानी करने वाले किसानों से बातचीत हो गई है. सभी लोगों ने अपनी सहमति जताई है.
उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि आमों पर बैगिंग को हटा लिया गया है. इस बार दशहरी आम एक हफ्ता देरी से बाजार में आएगा. क्योंकि अभी पूरी तरह से इसे पकने में वक्त लग रहा है. उन्होंने बताया कि इन दिनों झुलसा देने वाली गर्मी पड़ रही है, लेकिन आम के बागवानों को यह राहत दे रही है. तल्ख मौसम की तीखी धूप इस बार दशहरी आम में मिठास बनकर उतरेगी. अवध आम उत्पादक एवं बागवानी समिति के महासचिव उपेंद्र कुमार सिंह बताते हैं कि इस बार आम की गुणवत्ता बेहतरीन और एक्सपोर्ट क्वालिटी की है. फसल को रोग भी कम लगा है. ऐसे में लगभग एक लाख मीट्रिक टन से ज्यादा उत्पादन होने की उम्मीद है. आशा है कि इस बार बागवानों को बेहतर कीमत मिलेगी.
आम की बागवानी करने वाले उपेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि दशहरी आम के पकने के समय बारिश का काफी महत्व है. ऐसे समय में बारिश हो जाए तो आम ज्यादा मीठे और आकार में बड़ा हो जाता है. आम के पेड़ों की जड़ों में सिंचाई से भी बेहतर परिणाम मिलेंगे. बता दें कि लखनऊ के मलिहाबाद, माल, काकोरी व बीकेटी की आम बेल्ट में लगभग 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में आम की बागवानी होती है. यहां दशहरी, चौसा, लंगड़ा जैसी बेहतरीन किस्मों की पैदावार होती है.
लखनऊ से खाड़ी देशों में होता है आम का निर्यात
बता दें कि देश के कुल आम उत्पादन का लगभग 40 प्रतिशत अकेले उत्तर प्रदेश में होता है. लखनऊ से यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड व खाड़ी के देशों में आम का निर्यात होता है. विश्व प्रसिद्ध मलिहाबादी दशहरी आम का दुबई, मस्कट, बहरीन और यूएई में भी जाता है. साल भर के इंतजार के बाद आखिरकार अब समय आम का कारोबार शुरू होने होने वाला है. मलिहाबाद में लगने वाली अस्थायी मंडी एक बार फिर से सजने की तैयारी है. गर्मी के बावजूद देश के विभिन्न हिस्सों से खरीदार पहुंच रहे हैं.