गाजर ठंड के मौसम की सबसे लोकप्रिय सब्जी है. इसकी खेती रेतीली और हल्की मिट्टी में करें. गाजर की फसल लगभग 70–80 दिन में तैयार हो जाती है. यह बाजार में अच्छी कीमत देती है और सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है.
प्याज सर्दियों में लगाकर गर्मियों में अच्छी आमदनी दी सकती है. इसकी नर्सरी अक्टूबर–नवंबर में लगाएं और 60 दिन बाद खेत में रोपाई करें. प्याज की मांग पूरे साल रहती है, इसलिए यह मुनाफे वाली फसल है.
पालक सबसे तेजी से बढ़ने वाली हरी सब्जी है. मिट्टी में हल्की नमी बनाए रखें और हर 20–25 दिन में कटाई करें. इससे बार-बार उत्पादन मिलता है और खर्च भी बहुत कम होता है.
लहसुन औषधीय गुणों से भरपूर होती है और इसे नवंबर–दिसंबर में बोया जाता है. इसकी कलियों से पौधे तैयार होते हैं. एक एकड़ में 70–80 क्विंटल तक उत्पादन मिल सकता है, जिससे किसान को अच्छा मुनाफा होता है.
ब्रोकली अब भारत में भी तेजी से लोकप्रिय हो रही है. यह ठंडे मौसम की सब्जी है और कम जमीन में भी ज्यादा रिटर्न देती है. इसकी खेती में संतुलित धूप और नमी बहुत जरूरी है.
आलू सर्दियों की सबसे आम और फायदेमंद फसल है. इसकी बुवाई अक्टूबर से दिसंबर तक की जाती है. लगभग 90–100 दिन में फसल तैयार हो जाती है और बाजार में इसकी हमेशा मांग रहती है.
मेथी कम पानी और कम लागत में उगने वाली सब्जी है. इसे अक्टूबर से फरवरी तक कभी भी बोया जा सकता है. सिर्फ 20–25 दिन में फसल तैयार हो जाती है और बार-बार कटाई से लगातार आमदनी मिलती है.
मटर सर्दियों की सबसे स्वादिष्ट सब्जी है. इसकी खेती के लिए हल्की और पानी निकासी वाली मिट्टी चुनें. लगभग 60–70 दिन में फसल तैयार हो जाती है. ठंड के मौसम में इसकी कीमत अच्छी मिलती है.
फूलगोभी ठंड के मौसम की प्रमुख नकदी फसल है. नवंबर में पौध रोपाई करें और कीट नियंत्रण पर ध्यान दें. लगभग 80–90 दिन में फसल तैयार हो जाती है और इससे किसानों को अच्छा लाभ मिलता है.
टमाटर सर्दियों से लेकर गर्मी तक बाजार में बिकता है. पौध तैयार कर नवंबर में खेत में रोपाई करें. करीब 3 महीने में फसल तैयार होती है और लगातार बिक्री से अच्छी कमाई होती है.