देश भर की सरकारी एजेंसियों ने मौजूदा रबी खरीद सीजन में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर अब तक 2.48 लाख टन चने की खरीद की है. वर्तमान में महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और आंध्र प्रदेश में चने की खरीद चल रही है. नेफेड खरीद डेटा पोर्टल पर नवीनतम खरीद डेटा के अनुसार, महाराष्ट्र अब चना खरीद सूची में सबसे ऊपर है. चना के प्रमुख उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में एमएसपी पर खरीद एक अप्रैल से शुरू होगी. सरकार ने साल 23-24 सीजन के लिए चना का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5335 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया है, लेकिन कई राज्यों के मंडियों में चने के भाव एमएसपी से नीचे चल रहे हैं. मध्य प्रदेश के बाजारों में चना का भाव 4,700 से 4,900 रुपये है, जबकि राजस्थान के मंडियो में चने का भाव 4,600 रुपये से 4,800 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है..
महाराष्ट्र में चने की कटाई पहले हो जाती है, लेकिन राज्य में बहुत से क्रय केंद्र द्वारा चना खरीद में हो रही देरी से किसान खासे नाराज हैं. किसानों का कहना उनका काफी नुकसान हो रहा है. वहीं कुछ जिलों में किसानों का कहना है कि अभी तक चना खरीदी शुरू नहीं हुई है.
महाराष्ट्र में इस साल अब तक 1,25,238 टन चना खरीदा जा चुका है. चने की सर्वाधिक खरीद बुलढाणा, लातूर, अमरावती, अकोला और यवतमाल जिलों में हुई है. इसी तरह गुजरात में अब तक कुल 66,267 टन चने की खरीद हुई है.कर्नाटक में करीब 29,307 टन चने की खरीद हुई है, मुख्य रूप से गडग और धारवाड़ से जिलों में खरीद हुई है. आंध्र प्रदेश में मंगलवार तक कुल 30,811 टन की खरीद हो चुकी है.
फरवरी के मध्य में कृषि मंत्रालय द्वारा जारी दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, 2022-23 के लिए चने का उत्पादन 136.32 लाख टन देखा गया है, जो पिछले वर्ष के 135.44 लाख टन से मामूली अधिक है, हालांकि कारोबारियों का मानना है कि फसल का आकार सरकार के अनुमान से कम है.
राज्य में इस साल अब तक 1,25,238 टन चना की खरीद हो चुकी है, लेकिन इस साल राज्य में चना की खेती करने वाले किसानों में काफी नाराजगी है.हिंगोली और जालना के किसानों का कहना है कि जिले में अभी तक सरकारी चने की खरीद शुरू नहीं हुई है. इससे परेशान किसान खुले बाजार में औने-पौने दामों पर फसल बेचने को विवश हैं. केन्द्र सरकार ने चना का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5335 रुपये निर्धारित किया है, जबकि खुले बाजार में किसान इसे 4300 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बेच रहे हैं.