भोपाल के सतपुड़ा भवन में हुए अग्निकांड का असर यहां के किसानों पर भी पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि अग्निकांड के कारण सतपुड़ा भवन में सॉफ्टवेयर में खराबी हो जाने के कारण मूंग की खरीदी प्रभावित हुई है. प्रदेश में मूंग की खरीद शुरू करने के लिए ऑनलाइन प्रकिया शुरू की गई थी. लेकिन सॉफ्टवेयर में खराबी होने से यह काम रुक गया है. अभी तक किसानों की मूंग समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदी जा रही है. इससे किसान अपनी उपज को मंडी में ओने पौने दामों पर बेचने को मजबूर हैं. प्रदेश में इस बार मूंग की अच्छी उपज है. इससे किसानों को उम्मीद थी कि वे अच्छे दाम पर अपनी उपज को बेच पाएंगे. लेकिन अभी तक खरीदी शुरू नहीं होने से उन्हें गहरी मायूसी हाथ लगी है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार समर्थन मूल्य पर मूंग बेचने के लिए हजारों किसानों ने ऑनलाइन पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया था. इस माध्यम से उनकी मूंग की फसल 7755 रुपये प्रति क्विंटल में शासन को बेची जानी थी. लेकिन कई दिनों तक शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी चालू नहीं होने से किसान परेशान हो गए. इसके बाद किसान स्थानीय मंडियों में व्यापारियों को 6700 से 6800 रुपये प्रति क्विंटल की दर से मूंग की फसल बेच रहे हैं.
किसानों का कहना है कि उनके पास खुले बाजार में उपज बेचने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है. किसानों को पैसे की जरूरत है. किसी को कर्ज देना है तो किसी को आगामी फसल की तयारी करनी है. दूसरी ओर, कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार सॉफ्टवेयर सुधार में तेजी से काम किया जा रहा है. दो-तीन दिन में किसानों की मूंग खरीदी की जाएगी. अभी किसानों के स्लॉट बुक होने लगे हैं और उनको बेचने की तारीख मिलने लगी है.
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एक किसान जितेंद्र कौरव कहते हैं, 12 जून से मूंग की खरीदी होनी थी. किसानों ने तैयारी भी कर ली थी. लेकिन अभी तक सरकारी खरीदी नहीं हुई है. बारिश की वजह से मूंग खराब हो रही है. मूंग बेचकर किसान आगामी फसल की तैयारी करता है. अभी पैसे की जरूरत थी. बहुत से किसान कम रेट पर मंडी में अपनी मूंग बेच रहे हैं. समर्थन मूल 7750 रुपये है, वही मंडी में किसानों की मूंग एक हजार रुपये से भी कम दाम में बिक रही है.
मूंग की बिक्री में देरी की खबर बैतूल से भी आ रही है. बैतूल में सर्वर खराब होने के कारण मूंग खरीदने में दिक्कत आ रही है. 22 जून से सर्वर चालू हो गया है पर किसान खरीदी केंद्र पर मूंग बेचने नहीं आ रहे हैं. बैतूल में समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी के काम में सर्वर खराब होने के कारण कई दिक्कतें आ रही हैं. बैतूल में मूंग की फसल का रकबा 8000 हेक्टेयर है. कृषि विभाग के पास 2109 मूंग किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. रजिस्ट्रेशन कराने वाले किसानों का रकबा 3640 हेक्टेयर है. मूंग खरीदी को लेकर कृषि विभाग ने 13 रजिस्ट्रेशन सेंटर बनाए थे और पांच खरीदी केंद्र बनाए गए हैं.
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12 जून से मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू की गई थी, लेकिन सर्वर खराब होने के कारण किसान स्लॉट बुक नहीं करा पाए. 22 जून को सर्वर चालू हुआ है, लेकिन अभी तक मात्र तीन किसानों ने स्लॉट बुक कराए हैं. जिन किसानों स्लॉट बुक कराए हैं, वे भी अभी तक मूंग बेचने नहीं आए हैं. बैतूल के बैतूल बाजार में स्थित मूंग खरीदी केंद्र बुधवार को बंद था. हालांकि खरीदी 31 जुलाई तक होनी है, इसलिए कृषि विभाग का दावा है कि एक महीने से ज्यादा का समय है तब तक किसान अपनी उपज बेच सकते हैं.