Jharkhand News: रामगढ़ में किसानों को मिली प्राकृतिक खेती की ट्रेनिंग, ड्रोन की भी दी गई जानकारी

Jharkhand News: रामगढ़ में किसानों को मिली प्राकृतिक खेती की ट्रेनिंग, ड्रोन की भी दी गई जानकारी

किसान मेला सह कृषक वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम में किसानो ने प्राकृतिक और जैविक विधि से तैयार कई तरह के सब्जी, फल और अनाज को स्टॉल के जरिए प्रदर्शित किया.

Mandu KVKMandu KVK
क‍िसान तक
  • Ramgarh,
  • Jan 29, 2024,
  • Updated Jan 29, 2024, 3:47 PM IST

प्राकृतिक खेती से झारखंड के किसान जुड़ सकें और उन्हें बेहतर तरीके से इस खेती के बारे में जानकारी हासिल हो सके इसके लिए रामगढ़ जिले के कृषि विज्ञान केंद्र मांडू में किसान मेला सह कृषक वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसके जरिए रामगढ़ जिले के किसानों को वैज्ञानिक तरीके से प्राकृतिक खेती करने के तरीके बताए गए. प्राकृतिक खेती की तकनीक से ना सिर्फ किसानों की आय बढ़ रही है बल्कि इसके उत्पाद से लोगों को स्वास्थ्य पर भी अच्छा प्रभाव पड़ रहा है. प्राकृतिक खेती के जरिए हो रही अच्छी कमाई ने रामगढ़ जिले के किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम किया है. 

किसान मेला सह कृषक वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम में किसानो ने प्राकृतिक और जैविक विधि से तैयार कई तरह के सब्जी, फल और अनाज को स्टॉल के जरिए प्रदर्शित किया. इसके साथ ही कृषक संवाद कार्यक्रम के जरिए किसानों को प्राकृतिक और जैविक खेती करने के फायदें के बारे में बताया गया. ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ावा दिए जाने के तहत भी किसान मेला में कार्य किया गया. इसके तहत कार्यक्रम के दौरान कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को ड्रोन के जरिए खेतों में यूरिया और दवा का छिड़कवा करने के बारे में बताया और इसका डेमो भी करके दिखाया. गौरतलब है कि देशभर के किसानों को ड्रोन तकनीक अपनाने के लिए जागरूक किया जा रहा है.

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किसानों को किया गया सम्मानित

कार्यक्रम के दौरान वैज्ञानिक पद्धति से खेती करने वाले सफल किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए आईसीएआर पूर्वी प्रक्षेत्र के अधिकारियो नें पुरस्कार देकर सम्मानित किया. इस दौरान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद झारखंड के प्रधान अरुण कुमार सिंह ने बताया कि किसानों को प्राकृतिक खेती और वैज्ञानिक विधि से खेती करने के लिए इन्हें ट्रेनिंग के साथ-साथ जागरूक भी किया जा रहा है.साथ ही इसके फायदे भी किसानों को बताए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ड्रोन से जरिए बेहद कम समय में दवा और यूरिया का छिड़काव किया जा सकता है. कृषि के क्षेत्र के लिए यह एक बेहतरीन पहल है.

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किसानों के लिए वरदान है ड्रोन तकनीक

कार्यक्रम में शामिल विधायक जेपी पटेल ने बताया कि ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल से किसानों की समय में बचत होती होगी और उनके आय में वृद्धि होगी. कृषि के बदलते दौर में यह एक ऐसी नवीनतम तकनीक है जो किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है. साथ ही इससे किसानों की आय में वृद्धि हो रही है.मेले में शामिल महिला किसान सीमा साहू ने इस एकदिवसीय कार्यक्रम में उन्होंने अपना स्टॉल लगाया है. यहां पर सभी महिला को जैविक खेती करने के बारे में जागरूक किया.  वहीं एक स्थानीय किसान त्रिलोकी महतो ने कहा कि  आज यहां किसानों को प्रशिक्षण दिया गया जिसमें प्राकृतिक खेती जैविक खेती और यौगिक खेती के बारे में बताया गया, इस विधि से खेती करने से हमलोगो फायदा हो रहा है. इस कार्यक्रम में वर्चुअल मोड से हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा, नाबार्ड, सपोर्ट, आत्मा के पदाधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए. (राजेश वर्मा की रिपोर्ट)

 

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