हरियाणा में एक बार फिर कुछ समय के अंतराल के बाद क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला गया है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि प्रदेश में हाल ही में हुई ओलावृष्टि और भारी बारिश के कारण 615 गांवों में फसल का नुकसान हुआ है. इन सभी प्रभावित गांवों के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिया गया है और इसके बारे में किसानों को एसएमएस के माध्यम से जानकारी भी दी गई है. किसान पोर्टल पर ओलावृष्टि और भारी बारिश से हुए नुकसान को दर्ज करवा सकते हैं, ताकि उन्हें जल्द से जल्द मुआवजा दिया जा सके. नायब सिंह सैनी ने यह जानकारी पंचकूला में बजट 2025-26 के लिए सांसदों और विधायकों के साथ आयोजित पूर्व बजट परामर्श के दौरान दी. मालूम हो कि इसके पहले दिसंबर में भी बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से नुकसान के बाद क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला गया था.
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने सभी उपायुक्तों को अपने-अपने जिलों में ओलावृष्टि और भारी बारिश के कारण किसानों की फसलों को हुए नुकसान की जानकारी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए थे. जिलों से यह रिपोर्ट मिल चुकी है. उन्होंने कहा कि सरकार किसान हितैषी है और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की लिए अग्रसर है.
वहीं, हरियाणा के कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि राज्य में किसानों की सुविधा के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और हरियाणा क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से फसल नुकसान की रिपोर्टिंग की व्यवस्था चालू है. जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत पंजीकरण करवाया है, वे अपने निकटतम कृषि अधिकारी या टोल-फ्री नंबर 14447 पर संपर्क कर 72 घंटे के भीतर अपनी फसल खराबे की रिपोर्ट दर्ज करवा सकते हैं.
वहीं, जो किसान इस योजना के तहत पंजीकृत नहीं हैं, वे हरियाणा क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपना नुकसान दर्ज करा सकते हैं. इसके लिए उनका ‘मेरी फसल, मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है. कृषि मंत्री ने किसानों से जल्द से जल्द पोर्टल पर पंजीकरण करवाने की अपील की. राणा ने सभी प्रभावित किसानों से आग्रह किया कि वे निर्धारित समय सीमा के भीतर अपनी फसल नुकसान की रिपोर्ट दर्ज करवाकर सरकार की सहायता योजनाओं का लाभ उठाएं.
इससे पहले हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोमवार को बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान के लिए किसानों को तत्काल मुआवजा देने की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि राज्य में तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश और ओलावृष्टि से राज्य के 12 जिलों में गेहूं और सरसों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. सरकार को नुकसान झेलने वाले किसानों को मुआवजा देना चाहिए.